भारत में 30 जनवरी को कोविड 19 का पहला मामला सामने आया था। इसके 110 दिन बाद यानी 10 मई को यह संख्या बढ़कर एक लाख हुई।
फिर संक्रमण की रफ्तार में इतनी तेजी आई कि महज 15 दिनों में ही आंकड़ा 2 लाख के पार हो गया।
इसके बाद संक्रमितों की संख्या 2 से बढ़कर 3 लाख होने में महज 10 दिन लगे। 3 से 4 लाख मामले होने में 8 दिन और 4 से 5 लाख मामले होने में केवल 6 दिन लगे। केस बढ़ने की यह रफ्तार लगातार तेज हो रही है।
5 से 6 लाख और 6 से 7 लाख मामले होने में केवल 5-5 दिन लगे। इस बार 7 से 8 लाख मामले होने में केवल 4 दिन लगे।
इसके बाद हर तीन दिन में एक लाख नए केस बढ़े और महज 12 दिनों में संक्रमितों की संख्या 8 लाख से 12 लाख तक पहुंच गई। अब 12 लाख से 13 लाख, फिर 13 से 14 लाख और अब 14 से 15 लाख केस होने में केवल 2-2 दिन लगे।
हर दिन अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा भारत में ही संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।
देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा मंगलवार को 15 लाख के पार हो गया है। लगातार तीसरी बार महज 2 दिनों में संक्रमण के एक लाख नए मामले सामने आए। देश में अब हर 10 लाख की आबादी में 12,553 लोगों की जांच हो रही और इनमें 1,082 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे। इतनी ही आबादी में 24 लोगों की मौत हो रही है।
राहत की बात यह है कि संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है। अब देश में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 65.38% हो गया है। मतलब हर 100 मरीज में 65 मरीज ठीक हो जाते हैं जबकि डेथ रेट 2.26% है। मतलब हर 100 मरीज में 2 मरीजों की मौत हो रही है।
संक्रमण का पहला मामला 30 जनवरी को सामने आया था। इसके बाद एक से पांच लाख केस होने में 146 दिन लगे थे लेकिन 5 से 15 लाख केस यानी बाकी 10 लाख संक्रमण के मामले होने में महज 32 दिन लगे।