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पुलिस विभाग में आंतरिक सफाई शुरू... गौ हत्यारों का साथी कांस्टेबल शफीक अहमद बर्खास्त

दुबारा न घटे कानपुर जैसा कोई कांड इसके लिये सतर्क है अब शासन.

Rahul Pandey
  • Jul 16 2020 2:33PM
अब दोबारा से ना दोहराया जाए घर का भेदी लंका ढाए इसलिए  सतर्क है उत्तर प्रदेश का प्रशासन और शासन. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक ढांचे में आमूलचूल बदलाव करने का फैसला कर लिया है और ना सिर्फ अपराधियों पर कड़ी नजर रखने के सख्त निर्देश दिए गए हैं बल्कि पुलिस विभाग के उन वर्दी वालों के खिलाफ भी नजर रखने के साथ-साथ कार्यवाही करने का निर्देश जारी हुआ है जो विभाग में ही रह कर विभाग के ही लिए बने हैं मुसीबत का सबब। इसी क्रम में अब बर्खास्त कर दिया गया है उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल शफीक अहमद जिसके गौ हत्यारों से संबंध निकले ।

बात सिर्फ गौ हत्यारों से संबंध रखने भर की नहीं थी। कॉन्स्टेबल सफीक अहमद के साथ और भी तमाम ऐसी बातें जुड़ी थी जो उन्हें किसी भी प्रकार से पुलिस की वर्दी पहनने योग्य नहीं साबित कर रही थी। जौनपुर जिले के पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए एक कांस्टेबल को अपराधियों से साठगांठ करने व लगातार ड्यूटी से नदारत रहने के कारण बर्खास्त कर दिया है ।इस बडी कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया है ।

  पुलिस अधीक्षक जौनपुर द्वारा आपराधियों से साठ-गाठ रखने एवं ड्यूटी/कर्तब्य से अनाधिकृत रुप से अनुपस्थित होने के आरोप मे आरक्षी शफीक अहमद पीएनओ नम्बर-950890052 को पदच्युत कर दिया गया। आरक्षी शफीक अमहद वर्ष- 2019 मे थाना सुजानगंज जनपद जौनपुर से दिनांक -16.05.2019 को लोक सभा सामान्य निर्वाचन वर्ष-2019 की ड्यूटी हेतु जनपद बलिया के लिये रवाना किया गया था.

आरोपी आरक्षी जनपद बलिया से बाद चुनाव ड्यूटी दिनांक - 20.05.2020 को पुलिस लाइन जौनपुर आकर, जायज तैनाती थाना सुजानगंज जौनपुर के लिये रवाना हुआ, परन्तु आरोपी आरक्षी थाना सुजानगंज पर न जाकर बिना किसी अनुमति/अवकाश के कर्तब्य पर उपस्थित न होकर 249 दिवस अनुपस्थित रहकर अपनी आमद पुलिस लाइन मे कराया। आरोपी आरक्षी पूर्व मे भी 2007 दिवस अनुपस्थित रहा है तथा उसको विभिन्न आरोपों के अन्तर्गत कुल 14 परिनिन्दा प्रविष्ठ/ अर्थदण्ड व 02 बार एक-एक वर्ष का वेतन वृद्धि रोकने तथा 40 छुद्र दण्ड प्रदान किया गया है। 

आरोपी सिपाही के मोबाइल नम्बर के लोकेशन, संदिग्ध नम्बरों से की गयी वार्ता तथा गोपनीय तरिके से की गयी जाँच व आम सोहरत  से आरोपी आरक्षी का अवैध कार्यों (गो-तस्करी) मे लिप्त होना पाया गया। जिसके सम्बन्ध में दिनांक 14.06.2020 को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 15 दिवस के अन्दर लिखित स्पष्टीकरण उपलब्ध कराएं जाने की अपेक्षा की गयी थी, जिसके परिपेक्ष मे अपना स्षप्टीकरण उपलब्ध कराया। आरोपी आरक्षी पर आरोप प्रमाणित पाये गये है। पुलिस जैसे अनुशासित बल मे रहते हुए आरोपी आरक्षी का उक्त कृत्य अमर्यादीत एवं घोर निन्दनीय है। आरोपी आरक्षी द्वारा बार-बार अनुपस्थित होना जो एक अति गम्भीर कदाचार है यदि ऐसे आरक्षी को पुलिस बल मे बनाये रखा जाता है तो इसका कुप्रभाव अन्य पुलिसकर्मियों पर पड़ेगा। उक्त सभी आरोपों की पुष्टि होने के उपरान्त श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा आरक्षी शफीक अहमद को पुलिस बल के आरक्षी पद से पदच्युत किया गया।

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