इनपुट-श्वेता सिंह, लखनऊ
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने प्रदेश में एक बार फिर 2007 के फॉर्मूले को अपनाने की बात करते हुए जगह-जगह ब्राह्मण जोड़ो अभियान की शुरुआत करने का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने सपा बसपा के इस ब्राह्मण कार्ड पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा है कि जब चुनाव आया तो ब्राह्मणों की याद आई है सपा बसपा को । जब ब्राह्मणों की हत्या और और अत्याचार भाजपा और जातिवादी मुख्यमंत्री आदित्यनाथ जी कर रहे थे तब कहाँ थी बसपा, कहां थी सपा ?साथ ही उन्होंने कहा कि 2022 में ब्राह्मण समाज अपने पुराने घर वापस कांग्रेस में आएगा।
बता दें यूपी में विधानसभा के चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं सियासी दल जातीय समीकरणों को साधने में जुट गए हैं।खास तौर से राजनीति में अच्छा खासा दबदबा रखने वाले ब्राह्मण समुदाय को अपने साथ लाने की कवायद सभी दलों ने शुरू कर दी है।इसी कड़ी में मायावती ने 14 साल पुराना वही फॉर्मूला फिर से आजमाया है और ब्राह्मणों को रिझाने में पार्टी जुट गई है और 23 जुलाई से अयोध्या से ब्राह्मण जोड़ो अभियान की शुरुआत भी होने जा रही है।