2007 के मनी लॉन्ड्रिंग और INX मीडिया कंपनी से जुड़े मामले में कांग्रेस के नेता और पूर्व वित्तमंत्री
पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के 10 ठिकानों पर सीबीआई ने छापा मारा है। आपको
बता दें कि चिदंमबरम के 10 ठिकानों पर सीबीआई की जांच जारी है। 2007 में चिदंमबरम
वित्त मंत्री थे। उस वक्त चिदंमबरम ने रिश्वत लेकर INX मीडिया
हाउस को 305 करोड़ रूपए का फंड लेने के लिए विदेश निवेश संवर्धन बोर्ड से मंजूरी
दिलाई थी।
सीबीआई की चिदंबरम के दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और तमिलनाडु स्थित ऑफिस और घरों पर जांच
जारी है। सूत्रों के माध्यम से, कार्ति चिदंबरम के खिलाफ कथित विदेशी निवेश को
लेकर CBI ने यह कार्रवाई की है।
CBI की टीम ने 10 जगह पर अपनी जांच पड़ताल शुरू कर दी है। आपको बता दें कि तमिलनाडु
में तीन, मुंबई में तीन, पंजाब में एक,
कर्नाटक में एक और ओडिशा में सीबीआई ने एक साथ छापेमारी की है। दिल्ली
में पी चिदंबरम के घर का गेट बंद होने के कारण CBI के अधिकारियों
ने गेट तोड़ कर तलशी ली। CBI ने उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस
जारी किया है।
जानकारी के अनुसार, चिदंबरम के घरों और कार्यालयों में सर्च
में सामने आया है कि कार्ति चिदंबरम ने कथित रूप से तलवंडी साबो पावर लिमिटेड
प्रोजेक्ट के लिए चीनी श्रमिकों से रिश्वत ली है। आरोप ये भी है कि उन्होंने चीनी
श्रमिकों को वीजा दिलवाने के बदले 50 लाख रुपए लिए हैं।
कार्ति चिदंबरम ने कार्रवाई के दौरान ट्वीट करके कहा कि यह
(CBI की कार्रवाई) कितनी बार हुआ है, मैं गिनती भी भूल गया हूं। इसका एक रिकॉर्ड होना चाहिए। बता दें कि CBI
ने 2010-2014 के बीच के इस मामले में नया केस
दर्ज किया है। उसी मामले में आज की कार्रवाई की गई है।
बता
दे कि INX मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व वित्त
मंत्री पी. चिदंबरम को 106 दिन तक तिहाड़ जेल में रखा गया। 21 अगस्त को CBI ने गिरफ्तार किया और फिर 16 अक्टूबर को इसी मामले में ED ने अरेस्ट किया था। सुप्रीम कोर्ट से 4 दिसंबर 2019 को
जमानत मिली। ED केस में भी सुप्रीम कोर्ट ने पी
चिदंबरम को जमानत दे दी है।