भारत, मध्यप्रदेश
भोपाल. राज्यसभा चुनाव से एक दिन पहले यानी गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सिंह के बंगले पर वोटिंग को लेकर मॉक पोल हुआ। कांग्रेस को क्राॅस वोटिंग की आशंका है, इसलिए पार्टी के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह की जीत सुनिश्चित करने के लिए 52 की जगह 54 विधायकों को वोट डालने के निर्देश दिए गए। पार्टी की ओर से दावा किया गया कि सभी विधायक एकसाथ हैं। कहीं कोई चूक न हो जाए, इसलिए दो अतिरिक्त विधायकों को दिग्विजय को ही वोट करने को कहा है।
इसके साथ अब राज्यसभा की दो सीटों पर भाजपा और एक पर कांग्रेस की जीत पक्की हो गई है। इधर, एक दिन पहले कांग्रेस की पार्टी मीटिंग से गायब रहने वाले 5 विधायक भी पहुंच गए, जबकि कुणाल चौधरी कोरोना संक्रमित होने के कारण नहीं आए।
कांग्रेस ने अपने दोनों उम्मीदवारों में से पहली वरीयता दिग्विजय सिंह को दी है। दूसरी वरीयता फूल सिंह बरैया की है। कांग्रेस के पास कुल विधायकों की संख्या 92 है। राज्यसभा की एक सीट को जीतने के लिए 52 वोटों की जरूरत होगी। पार्टी के 54 विधायकों के दिग्विजय को वोट देने के बाद शेष 38 विधायक बरैया को वोट करेंगे। जबकि भाजपा के 107 विधायक हैं। इसके अलावा, दो निर्दलीय, दो बसपा और एक सपा का भी समर्थन है। यानी विधायकों की संख्या 114 हो जाएगी।