इनपुट- श्वेता सिंह, लखनऊ, twitter-@shwetamedia207
'ईश्वर, अल्लाह, वाहे गुरू, चाहे कहो श्री राम, मालिक का एक है, अलग-अलग है नाम की भावना से लबरेज सिटी मोन्टेसरी स्कूल की अनूठी झाँकी आज जनमानस को गणतन्त्र दिवस परेड में सर्वधर्म समभाव का संदेश देगी।
एक प्रेस वार्ता में झांकी के विभिन्न पहलुओं से पत्रकारों को अवगत कराते हुए सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने बताया कि यह झाँकी 'सर्वधर्म समभाव एवं 'वसुधैव कुटुम्बकम्' की महान संस्कृति के अनुरूप मानव मात्र से प्रेम करने की प्रेरणा दे रही है एवं प्रेम, प्यार, सहयोग, सौहार्द व भाईचारा से ओतप्रोत विश्व व्यवस्था का आह्वान कर रही है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए डा. गांधी ने कहा कि सी. एम. एस. की यह झांकी मात्र प्रदर्शन भर के लिए नहीं है अपितु इसके पीछे एक उद्देश्य है कि सम्पूर्ण मानव जाति के हृदय में प्रेम व एकता की भावना को जगाकर पृथ्वी पर आध्यात्मिक सभ्यता की स्थापना की जाये। डा. गाँधी ने कहा कि यह झाँकी जनमानस को 'ईश्वरीय एकता' की अवधारणा से अवगत कराती है और संदिश देती है कि सभी धर्मो की प्रार्थनाएं एक ही ईश्वर तक पहुंचती है। सभी धर्म विश्व मानवता के कल्याण हेतु जनमानस को प्रेरित करते हैं।
झांकी की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए डा. गाँधी ने बताया कि सी. एम. एस की झाँकी चार भागों में हैं। झाँकी का प्रथम भाग 'वसुधैव कुटुम्बकम्' का संदेश प्रसारित कर रहा है जबकि द्वित्तीय भाग में एकता की भावना का प्रदर्शन करते हुए एक ही छत के नीचे मन्दिर, मस्जिद, गिरजाघर, गुरूद्वारा, बौद्ध विहार, बहाई मन्दिर आदि विभिन्न पूजा स्थल हैं। यहीं पर सी. एम. एस छात्र सर्वधर्म समभाव' पर आधारित गीत पर नृत्य प्रस्तुत कर रहें है।
झांकी के तृतीय भाग में विश्व संसद के प्रारूप के साथ भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप विश्व एकता की अपील की गई है, साथ ही संत कबीर, महात्मा गांधी, विनोबा भावे, मदर टेरेसा एवं धर्म गुरु दलाईलामा की तस्वीरों के साथ विश्व मानवता से प्रेम करने का संदेश दिया गया है। झाँकी के अंतिम भाग में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की भव्य प्रतिमा के साथ ही उनका संदेश बुरा मत सुनो, बुरा मत देलो, बुरा मत बोलो' प्रसारित किया जा रहा है।