इनपुट-श्वेता सिंह, लखनऊ
इजरायली कंपनी एनएसओ के पेगासस सॉफ्टवेयर से भारत में कथित तौर पर 300 से ज्यादा हस्तियों के फोन हैक किए जाने का मामला अब तूल पकड़ गया है। संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत के एक दिन पहले ही इस जासूसी कांड का खुलासा हुआ है। जिसे लेकर विपक्ष ने संसद के मानसून सत्र में जमकर हंगामा काटा।
अंतरराष्ट्रीय षड़यंत्र का शिकार हैं विपक्षी दल-
पेगासस जासूसी मामले को लेकर जारी हंगामे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों को बड़े अंतरराष्ट्रीय साजिश का शिकार बताया है। सीएम योगी ने कहा है कि विपक्षी दलों के द्वारा देश के भीतर जिस प्रकार का वातावरण बनाने का प्रयास हो रहा है, वह उनकी कुत्सित भावना का ही परिचायक है।
दिल्ली में भीषण दंगा भी साजिश का हिस्सा था-
योगी ने कहा कि अंतराराष्ट्रीय साजिश के जरिए विपक्ष किसी ने किसी रूप में भारत को अस्थिर करना चाहते हैं। भारत को अस्त-व्यस्त करना चाहते हैं। यह कोई पहली घटना नहीं है। कुछ समय पहले 2020 में अमेरिका के राष्ट्रपति के भारत पहुंचने से पहले दिल्ली में भीषण दंगा, साजिश का हिस्सा था।
संसद में हंगामा मतलब लोकतंत्र का गला घोंटना-
हालिया संसद सत्र का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि संसद एक मंच है बात रखने का, लेकिन अगर इसे शोरगुल का मंच बना लिया जाए तो यह लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है। यह लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ है, विपक्ष यह लगातार कर रहा है। इसके लिए विपक्ष को जनता और देश से माफी मांगनी चाहिए।