इनपुट-श्वेता सिंह, लखनऊ
कोरोना की दूसरी लहर के बीच उत्तर प्रदेश में अब कोरोना वायरस के नए मामलों में लगातार कमी आ रही है। कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाने के लिए सीएम योगी ने ठोस कदम उठाते हुए जमीनी स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर दिया।
कोरोना पर योगी का एक और वार-
उत्तर प्रदेश में कोरोना के रिकवरी रेट में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेडिकल कॉलेजों और स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में जनरल ओपीडी शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
3T से नंबर वन बना यूपी-
बता दें उत्तर प्रदेश में कोविड प्रबंधन को लेकर यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ की पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है । सर्वाधिक अबादी वाले उत्तर प्रदेश ने कोरोना की लहर में योगी आदित्यनाथ के सफल मार्गदर्शन में सर्वाधिक जांच कर नया कीर्तिमान बनाया है।
उत्तर प्रदेश पहला ऐसा राज्य है जहां ट्रेस, टेस्ट ट्रीट के मंत्र को अपनाते हुए पांच करोड़ कोरोना की जांचें की गई हैं। अभी तक इस संख्या को किसी भी प्रदेश ने पार नहीं किया है। गौरतलब है कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कुल 3,31,511 टेस्ट किए गए, जबकि 1514 नए केस की पुष्टि हुई।
इन क्षेत्रों पर भी योगी सरकार की पैनी नजर-
ऐसा नहीं है कि योगी सरकार सिर्फ शहरी इलाकों पर अपनी चौकस नजर रखे हुए है, कोरोना काल में योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीण अंचलों पर विशेष ध्यान देते हुए प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में भी टेस्टिंग पर जोर दिया। बीते दो महीनों में कोरोना की जांचों में 70 प्रतिशत जांचें ग्रामीण इलाको में की गई। ग्रामीण अंचल में कोरोना पर लगाम लगाने के इस योगी मॉडल अन्य राज्यों से बेहतर साबित हुआ है।
जनरल ओपीडी होगी शुरू-
सीएम योगी ने ठोस कदम उठाते हुए प्रदेश के हर जिले में सैनिटाइजेशन, जांच, वैक्सीनेशन के कार्यों पर जोर दिया गया। यही वजह है कि आज प्रदेश के 64 जिलों में 600 से कम एक्टिव केस रह गए हैं। अब योगी सरकार ने निर्देश दिया है कि इन जनपदों के मेडिकल कॉलेजों और स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में सीमित संख्या के साथ जनरल ओपीडी को शुरू किया जाएगा। ओपीडी व्यवस्था में जारी दिशा निर्देशों के अनुसार और कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार ही इलाज किया जाएगा।