इनपुट- श्वेता सिंह, लखनऊ, twitter-@shwetamedia207
युवाओं के रोजगार व सेवायोजन के लिए नियोजित प्रयास कर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पूर्व एक अभिनव पहल की है। सरकार की रोजगारोन्मुखी योजनाओं, नीतियों से युवाओं को परिचित कराने के लिए मुख्यमंत्री ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के 12, भारतीय पुलिस सेवा के 06 और भारतीय वन सेवा के 06 अधिकारियों (सभी सेवानिवृत्त) तथा 24 शिक्षाविदों सहित की 48 सदस्यीय टीम गठित की है।
आगामी 03-05 फरवरी तक यह टीम अलग-अलग विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों में युवाओं से संवाद कर रोजगार से जुड़ी उनकी जिज्ञासाओं का समाधान करेगी। साथ ही, युवाओं के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की उपयोगिता के संबंध में जागरूक करेगी। इसी संदर्भ में मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास पर अयोजित विशेष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी ने सेवानिवृत्त अधिकारियों और वरिष्ठ शिक्षाविदों की 48 सदस्यीय विशेष टीम के साथ संवाद किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में बीते साढ़े पांच-पौने छह वर्ष में देश-दुनिया के सामने उत्तर प्रदेश ने अपनी नई पहचान बनाई है। प्रदेश के प्रति लोगों की धारणा बदली है। आप सभी इस बड़े बदलाव के साक्षी रहे हैं, सहयात्री रहे हैं। उत्तर प्रदेश अपार संभावनाओं का प्रदेश है। देश और प्रदेश के समग्र विकास में हमें इन संभावनाओं को जमीन पर उतारना होगा। आप सभी के पास सार्वजनिक जीवन का लंबा अनुभव है। महत्वपूर्ण पदों पर दायित्व निर्वहन किया है। आपके इन अनुभवों से हमारे युवा लाभान्वित हों, इसके लिए आप सभी का सहयोग अपेक्षित है।
प्रदेश की अर्थव्यवस्था के आकार को एक ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ाने के उद्देश्य से देश तथा विदेशों से पूंजी निवेश आकर्षित करने हेतु आगामी 10-12 फरवरी को लखनऊ में उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। यह 03 दिवसीय समिट राज्य के समावेशी विकास, व्यापार के अवसरों का अन्वेषण तथा सहभागिता स्थापित करने हेतु उद्योग एवं वाणिज्य जगत से जुड़े उद्योगपतियों, निवेशकों, व्यापारियों, प्रबन्ध शास्त्रियों, उच्च स्तर के प्रशासनिक अधिकारियों, कॉरपोरेट नेतृत्व, विचारकों, बुद्धिजीवियों, शिक्षाविदों एवं नीति निर्धारकों हेतु एक विचार मंच उपलब्ध करायेगी।
इस बार सभी जिले इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन से जुड़ रहे हैं। 10-12 फरवरी के मुख्य समारोह से पूर्व जनपदों में निवेशक सम्मेलन आयोजित हो रहे हैं और हजारों करोड़ के निवेश सीधे जिलों को मिल रहे हैं। उत्तर प्रदेश के लिए यह अभूतपूर्व है।