इनपुट- श्वेता सिंह, लखनऊ
योगी सरकार की एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट की नीति के साथ-साथ तेज टीकाकरण की नीति सेउत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण नियंत्रित स्थिति में है।टेस्टिंग और टीकाकरण में उत्तर प्रदेश, देश में शीर्ष पायदान पर है।
कई राज्यों में कोविड के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित टीम-09 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जाना बहुत जरूरी है। हमें सावधान रहना होगा। अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी। डेंगू के बढ़ते केस को देखते हुए शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में गहन स्वच्छता अभियान चलाया जाए। लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी किया जाए।
बता दें उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर की स्थिति नियंत्रण में है। ताजा स्थिति के मुताबिक प्रदेश के 27 जनपदों में एक्टिव केस शून्य हैं। विगत 24 घंटों में हुई 02 लाख 08 हजार 106 सैम्पल की टेस्टिंग में 64 जिलों में एक भी नया मरीज नहीं पाया गया। शेष में कुल मात्र 19 नए संक्रमित पाए गए, जबकि 20 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज भी हुए। प्रदेश में कुल एक्टिव केस की संख्या 250 है। प्रदेश की कोविड रिकवरी दर 98.7 है।
सुपरटेक मामले में कोर्ट के आदेश का होगा पालन -
उन्होंने निर्देश दिया कि नोएडा के सुपरटेक एमरल्ड कोर्ट बिल्डर के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। अनियमितताओं का यह प्रकरण 2004 से लगातार चलता रहा है। शासन स्तर से विशेष जांच समिति गठित कर उक्त प्रकरण की गहन जांच कराई जानी चाहिए। एक-एक दोषी अधिकारी के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। आवश्यकतानुसार आपराधिक केस भी दर्ज किया जाए। इस संबंध में तत्काल कार्यवाही की जाए।
शासकीय कार्यालयों में बढ़ेगी सुरक्षा-
इसके अलावा सीएम योगी ने सचिवालय सहित सभी संवेदनशील शासकीय कार्यालयों की सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने निर्देश दिया कि अपर मुख्य सचिव गृह, एडीजी कानून-व्यवस्था व सचिवालय प्रशासन के साथ सुरक्षा व्यवस्था की गहन समीक्षा कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। असलहा लेकर किसी को भी प्रवेश न दिया जाए। पान-मसाला, गुटखा, तम्बाकू आदि पर सख्ती से प्रतिबंध लगाया जाए। महिला कर्मियों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए।
बता दें बापू भवन के आठवें तल पर अपर मुख्य सचिव नगर विकास रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल ने खुद को गोली मार ली थी। जिसके बाद सचिवालय की सुरक्षा पर सवाल उठे थे।