इनपुट-श्वेता सिंह, लखनऊ
कोरोना महामारी में अनाथ हुए बच्चों नाथ बने सीएम योगी लगातार प्रयासरत रहे हैं। अब सीएम ने ताजा निर्देश दिये हैं कि "मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना" के अंतर्गत मासिक वित्तीय सहायता पाने के लिए ऐसे निराश्रित बच्चे भी पात्र होंगे जिनके अभिभावक अथवा देखभाल करने वाले संरक्षक की वार्षिक आय ₹3 लाख तक होगी।
बच्चों को मिलेगा लैपटॉप-
बुधवार को कोविड प्रबंधन संबंधी टीम-09 की बैठक में सीएम योगी ने कहा कि अनाथ बच्चों के लालन-पालन, शिक्षा-दीक्षा सहित विकास के सभी संसाधन उपलब्ध कराने के लिए 'उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना' शुरू की गई है। एक भी निराश्रित बच्चा इस योजना से वंचित न रहे। स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को टैबलेट अथवा लैपटॉप दिया जाएगा तो सरकार बालिकाओं के विवाह की समुचित व्यवस्था भी करेगी। बालिकाओं की शादी के लिए राज्य सरकार द्वारा 1,01,000 की राशि दी जाएगी।
अभी तक ये थी आय सीमा-
बता दें अभी तक मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ लेने वाले पत्रों की आय सीमा ₹2 लाख तक ही थी। ऐसे बच्चों के वयस्क होने तक, उनके अभिभावक/संरक्षक को मासिक ₹4,000 की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।