मुख्यमंत्री आरोग्य मेला योगी मॉडल की नजीर पेश कर रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ नगरीय विकास के साथ साथ नागरिक विकास के ऊपर भी ध्यान दे रही है। यूपी सरकार प्रदेश के हर नागरिक को उत्तम स्वास्थ्य को लेकर संकल्पबद्ध दिखाई दे रही है। प्रदेश में पहली बार पिछले साल शुरू किए गए मुख्यमंत्री आरोग्य मेला से लोगों के जीवन में खुशहाली और उमंग का संचार हो रहा है। इससे लोगों का जीवन आसान हो रहा है और अब लोगों को घर के पास ही ईलाज की बेहतर सुविधा मिल रही है। यही नहीं, गंभीर रोगियों को उच्च संस्थानों के लिए रेफर भी किया जा रहा है। इससे लोगों का समय बच रहा है और बेवजह उन्हें चक्कर काटने से मुक्ति मिल रही है। लोगों के लिए मुख्यमंत्री आरोग्य मेला योगी मॉडल का कारगर हथियार बन गया है।
7 मेलों में लाखों को मिला उपचार -
मेले की सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले साल हुए मात्र सात मेलों में 31 लाख 36 हजार लोगों का उपचार किया गया और चिह्नित 32,425 कुपोषित बच्चों को विभिन्न योजनाओं के तहत पोषित भी बनाया जा रहा है। इसके अलावा 76,063 रोगियों को बेहतर उपचार के लिए उच्चतर चिकित्सा संस्थानों में रेफर किया गया और आयुष्मान भारत योजना के तहत 2,30,890 लोगों को गोल्डन कार्ड भी दिए गए।
कोरोना में रुक गया था मेलों का आयोजन-
सीएम योगी ने प्रदेश के अब तक के सबसे बड़े ‘मुख्यमंत्री आरोग्य मेला’ की शुरूआत आज से दुबारा कर दी है। इससे पहले प्रदेश में लोगों के ईलाज के लिए कोई स्वास्थ्य मेला नहीं लगाया जाता था। पिछले साल दो फरवरी से 15 मार्च के बीच सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर हर रविवार को सात आरोग्य मेलों का आयोजन किया गया था। इसके बाद कोविड-19 महामारी को देखते हुए मेलों की कार्यवाही रोक दी गई थी।
हर रविवार को PHC पर लगेगा आरोग्य मेला-
कोरोना महामारी पर नियंत्रण के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश में फिर से 34 सौ से अधिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 'मुख्यमंत्री आरोग्य मेला' की शुरूआत कर दी गई है। अब 10 जनवरी से प्रदेश के सभी शहरी और ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर हर रविवार सुबह 10 से अपराह्न 04 बजे तक मेले का आयोजन किया जा रहा है।
ईलाज और दवाईयां सब निशुल्क-
मेले में प्राथमिक जांच, आधारभूत पैथालॉजिकल जांचों, विशेष रूप से रैपिड डायग्नोस्टिक किट आधारित जांच की सुविधा दी जा रही है। इसके अलावा निशुल्क दवाईयां भी वितरित की जा रही हैं। आरोग्य मेले के दौरान पात्र व्यक्तियों को आयुष्मान भारत योजना के कार्ड भी दिए जा रहे हैं।