World Population Day विशेष- कड़े फैसलों का बड़ा असर.. 2030 से घटने लगेगी चीन की आबादी
भारत में रहने वाले चीन समर्थक चीन के इस अभियान के हैं विरोधी क्योंकि कहीं न कहीं उन्होंने रची है कोई साजिश।
World Population Day / World Population Day 2020 विशेष-
जनसंख्या के लिए कड़े कानून बनाने वाले चीन के लिए आखिरकार सुखद संकेत मिलने शुरू हो गये हैं . इस कानून को पारित करने के लिए चीन को तमाम विरोधो का सामना करना पड़ा था लेकिन चीन के शासक अपने देश की भलाई के लिए अड़े रहे और उनकी वो दृढ़ता आख़िरकार अब उनके आने वाली सन्तति के काम आ रही है . ज्ञात हो कि चीन की आबादी आने वाले 10 वर्षो के बाद तेजी से घटने वाली है और चीन को जनसंख्या विस्फोट से होने वाले तमाम कुप्रभाव से मुक्ति मिल जायेगी .
ज्ञात हो कि जारी हुए एक आंकड़े के हिसाब से आने वाले 10 वर्ष बाद अर्थात वर्ष २०२९ में चीन की अपने सर्वोच्च चरम बिंदु पर आ जायेगी और उसके बाद ये सन 2030 से तेजी से घटनी शुरू हो जाएगी. चीन की जनसंख्या से जुडी यह जानकारी और ये आंकड़े पीपुल्स डेली में शुक्रवार को प्रकाशित एक रपट में सामने आई है। चाइनीज एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेस द्वारा तैयार ‘ग्रीन बुक ऑफ पॉपुलेशन एंड लेबर’ नामक रपट में कहा गया है कि चीन की आबादी 1.44 अरब होगी और उसके बाद के वर्ष से घटनी शुरू होगी.
चीन की प्रमुख समाचार एजेंसी एफे ने अखबार के हवाले से कहा है कि चीन की आबादी 2050 में घटकर 1.36 अरब और 2065 में 1.25 अरब होने की संभावना है, जितनी 1999 में थी। ये एक बड़ी उपलब्धि होगी 50 साल बाद फिर से 50 साल की संख्या पर वापस आना जो चीन के भविष्य के विकास में सहयोग करेगा . दावा करने वाले उसी अखबार में ये कहा गया है कि यदि कुल जन्मदर 1.6 पर बनी रहती है तो 2027 में नकारात्मक जनसंख्या वृद्धि शुरू हो सकती है। यह कुल 1.17 अरब हो सकती है, जो वर्ष 1990 की आबादी के बराबर होगी। विशेषज्ञों ने हाल ही में चेताया था कि चीन में 2018 में जन्म की संख्या 2000 से लेकर सबसे कम रही। वर्ष 2018 में कोई 1.50 करोड़ जन्म वर्ष 2017 की तुलना में लगभग 15 प्रतिशत गिरावट का संकेत करते हैं
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