इनपुट-संदीप मिश्रा, लखनऊ
लगभग 3 साल पहले सतर्कता विभाग को गमन के एक मामले में परिवहन प्रशासन ने जांच सौंपी थी लाखों रुपए के गबन के इस मामले में जांच पूरी होने के बाद एमडी धीरज साहू ने इन अधिकारियों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत करने की सहमति दे दी है ।
क्या था मामला-
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम को वर्ष 2018 से विभिन्न क्षेत्रों से लगातार मंथली सीजनल टिकट यानी एमएसटी में घोटाले की शिकायत मिल रही थी। जिसके बाद परिवहन प्रशासन ने सतर्कता विभाग को जांच करने के निर्देश दिए।आपको बताते चलें की यूपीएसआरटीसी के अयोध्या परक्षेत्र से से लगभग 4380000 रुपए वही फतेहपुर परक्षेत्र से ₹561000 और उन्नाव परक्षेत्र से ₹511000 को मिलाकर कुल 54 लाख 52 हजार रुपए के एमसटी गमन का मामला प्रकाश में आया था जिसके बाद जांच में दोषी पाया अधिकारियों के खिलाफ धारा 409, 420 ,व 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
यह अधिकारी पाए गए जिम्मेदार-
जांच में अयोध्या क्षेत्र के तत्कालीन सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अविनाश चंद्रा और राकेश मोहन पांडेय दोषी पाए गए हैं. उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा. इसी क्षेत्र के दो सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक भी जिम्मेदार हैं. इनमें एआरएम वित्त सुशील कुमार श्रीवास्तव और दीपेंद्र सिंह शामिल हैं. इसके अलावा उन्नाव क्षेत्र के तत्कालीन लेखाधिकारी सूर्यभान शुक्ला व पंकज कुमार तिवारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है.