इनपुट- श्वेता सिंह, लखनऊ, twitter-@shwetamedia207
लखनऊ में सिटी मोन्टेसरी स्कूल के हजारों छात्रों, शिक्षकों व कार्यकर्ताओं ने अपने आध्यात्मिक अभिभावक एवं सी.एम.एस. संस्थापक स्व. जगदीश गांधी की स्मृति में विशाल ‘स्मृति मार्च’ निकालकर शिक्षा जगत, सामाजिक उत्थान एवं भावी पीढ़ी के सर्वांगीण विकास में उनके योगदान को याद किया और विश्व एकता, विश्व शान्ति व विश्व के ढाई अरब बच्चों के सुरक्षित व सुखमय भविष्य के उनके सपनों को साकार करने का संकल्प लिया।
सी.एम.एस. छात्रों का यह विशाल ‘स्मृति मार्च’ गोमती नगर स्थित 1090 चौराहे से लोहिया पार्क तक निकाला गया। मुख्य अतिथि के रूप में पधारे प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने झंडी दिखाकर मार्च को रवाना किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में ब्रजेश पाठक ने कहा कि डा. जगदीश गांधी का जीवन दर्शन भावी पीढ़ी के लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेगा, जिन्होंने वर्तमान एवं आने वाली पीढ़ियां के उज्जवल भविष्य के लिए अपने जीवन को खपा दिया। शिक्षा के क्षेत्र में डा. जगदीश गांधी के अतुलनीय योगदान हेतु शिक्षा जगत सदैव उनका ऋणी रहेगा।
सी.एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका डा. भारती गांधी ने इस अवसर पर कहा कि डा. जगदीश गांधी ने हम सभी को भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य का सपना दिखाया है, जिस पर हमें गर्व है और इस सपने को पूरा करने के लिए सी.एम.एस. का प्रत्येक छात्र, शिक्षक व अभिभावक संकल्पित है। सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट व प्रबन्धक, प्रो. गीता गांधी किंगडन ने कहा कि डा. जगदीश गांधी न सिर्फ शिक्षा जगत में क्रान्तिवीर रहे हैं अपितु विश्व एकता, विश्व शान्ति व भावी पीढ़ी के सुरक्षित भविष्य के जननायक है। उनके विचार सदैव हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे।
इससे पहले सी.एम.एस. छात्रों के विशाल ‘स्मृति मार्च’ ने लखनऊ की सड़कों पर विहंगम दृश्य उत्पन्न किया, जहाँ चारों ओर डा. जगदीश गांधी के प्रेरणादायी विचार गुंजायमान हो रहे थे। डा. जगदीश गांधी के प्रेरणादायी विचारों का उद्घोष करते इस मार्च को लखनऊ के नागरिकों ने अपना भरपूर समर्थन दिया और सी.एम.एस. छात्रों व शिक्षकों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि डा. जगदीश गांधी की ‘स्मृति प्रार्थना सभा’ का आयोजन कल 4 फरवरी, रविवार को प्रातः 11 बजे से सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में किया जा रहा है। इस अवसर पर भजनों, सर्वधर्म प्रार्थना एवं बहाई पवित्र ग्रंथों की सुमधुर ध्वनियों के बीच डा. जगदीश गाँधी के प्रेरक व्यक्त्वि व कृतित्व को याद किया जायेगा।