जिस देश में किसी की मेढ़ और मढ़ैया को छूने पर खून खराबा हो जाता हो। नेता-विधायक-मंत्री अपनी जमीन को लेकर गुंडई पर उतर आते हो, उसी देश में क्या आपने कभी किसी ऐसे मुख्यमंत्री के बारे में सुना है जो लोकहित के लिए स्वेच्छा से अपना नुकसान करवाना पसंद करता हो। जी हां यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कुछ ऐसा ही करके दिखाया है। लोकहित में अपनी ही 200 से ज्यादा दुकानों पर बुल्डोजर चलवाने वाले देश के शायद एकलौते सीएम है योगी आदित्यनाथ.. सीएम योगी ने अपनी ही दुकानों और उस मंदिर की चहारदीवारी पर बुल्डोजर चलवा दिया जिसके वह पीठाधीश्वर हैं।
क्यो ज़मीदोज़ की गई दुकाने -
दरसल गोरखपुर में मोहद्दीपुर से जंगल कौड़िया तक बन रहे 17 किलोमीटर लम्बे फोरलेन के निर्माण में मंदिर परिसर की करीब 200 दुकानें और उससे लगी 100 अन्य दुकानें आड़े आ रही थीं। इसकी जानकारी जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हुई तो उन्होंने तत्काल उन दुकानों को ध्वस्त करने का आदेश दे दिया जिसको सुनकर अधिकारी भी अचंभित हो गए। फिलहाल पिछले चार दिनों से इन दुकानों को तोड़े जाने का सिलसिला जारी है।
दुकानों पर गोरखनाथ मंदिर का है मालिकाना हक़-
गोरखनाथ मंदिर की दुकानों को जिन स्थानों से हटाकर फोरलेन का रास्ता बनाया गया है उन पर मंदिर का मालिकाना हक था। दुकानें पूरी तरह वैध थीं। इसके बावजूद सार्वजनिक हित में मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर ने दुकानें तुड़वाकर जमीन फोरलेन के लिए दे दी। उन्होंने मंदिर की चहारदीवारी और वैध दुकानों को सार्वजनिक हित में तुड़वाकर देश भर में उन अवैध कब्जेदारों को चुनौती भी दी है जो अपने पद या पैसे की ताकत का दुरुपयोग कर कानून को चुनौती देते रहते हैं।
गोरखपुर के लोगो को मिलेगी राहत-
मोहद्दीपुर से जंगल कौड़िया के जिस फोरलेन के लिए गोरखनाथ मंदिर की दुकानें तोड़ी गई हैं उससे भी शहर की आबादी के एक बड़े हिस्से को जाम से निजात मिलेगी। पहले इस रास्ते पर लोगों को घंटों जाम से जूझना पड़ता था।