इन दिनों पूरे देश में श्रीरामचरितमानस के अपमान को लेकर रात छिड़ी हुई है. देशभर में श्री रामचरितमानस जैसे महान ग्रंथ को जलाए जाने के मामले को लेकर नाराजगी दिखाई दे रही है. वहीं इस बीच छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शासित राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्रीरामचरितमानस को लेकर बड़ा बयान दिया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस बयान के बाद अब विवाद बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं.
दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्री रामचरितमानस विवाद को लेकर कहा कि किसी भी धर्म ग्रन्थ के सूक्ष्म से सूक्ष्म तत्व को भी विचार करके ग्रहण करना चाहिए, जस का तस नहीं मानना चाहिए. भूपेश के इस बयान के बाद अब भाजपा आक्रामक हो गई है और देश के सनातनियों से CM भूपेश बघेल माफी की मांग कर रही है.
वहीं हाल ही में उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में OBC महासभा के दौरान रामचरित मानस की प्रतियां जलाई गई थी. इस मामले को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 10 लोगों को नामजद किया गया है साथ ही कुछ अज्ञात पर भी शिकायत को भी दर्ज किया गया है. वहीं इन सब विवादों के बीच कांग्रेस शासित राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नया बयान दिया है. भूपेश बघेल के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को सनातन विरोधी बता दिया है.
बता दें कि श्री रामचरितमानस विवाद मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि जो आज आपके लिए जरूरी है पर वाद विवाद करना गलत है. हर किसी के लिए हर बात सही नहीं हो सकती. उन्होंने कहा कि इन मामलों पर जो भी विवाद पैदा किए जा रहे है वह केवल वोट के लिए किए जा रहे हैं, सभी को अपने वोट की चिंता है.
वहीं उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह मामला मौर्य को भी सूट कर रहा है और योगी आदित्यनाथ को भी सूट कर रहा है. दोनों वोट के लिए यह बहुत बढ़िया है और इस बीच केवल जनता पिसती है और मूल मुद्दे से ये भटक जाते हैं.
श्रीरामचरितमानस को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा दिए गए इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी आपत्ति जताई है. भाजपा ने भूपेश बघेल से सनातन संस्कृति के अपमान के लिए देश से माफी मांगने की मांग की है.