प्रमुख रक्षा अध्यक्ष बिपिन रावत बुधवार काे एक कार्यक्रम में पहुंचे. कार्यक्रम काे संबाेधित करते हुए उन्हाेंने पाकिस्तान और चीन काे बिना नाम लिए आड़े हाथाें लिया. उन्हाेंने कहा कि देश 'रॉकेट फोर्स' तैयार करने पर विचार कर रहा है। CDS रावत ने भारत की वायु शक्ति को मजबूत करने के लिए शुरू किये गए उपायों का जिक्र किया. उन्हाेंने उत्तरी सीमा पर चीन के आक्रामक रवैये से निपटने के लिए आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल की जरूरत को रेखांकित किया.
प्रमुख रक्षा अध्यक्ष ने उत्तरी सीमाओं पर चीन के आक्रामक रुख को रेखांकित करते हुए कहा, '' चाहे वह प्रत्यक्ष आक्रामकता हो या तकनीक के जरिए हो, हमें हर स्थिति के लिए तैयार रहना होगा और यह तैयारी तभी हो सकती है जब हम साथ काम करेंगे।'' रावत ने कहा कि पाकिस्तान चीन का 'प्रॉक्सी' है, और कहा कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में 'छद्म युद्ध' जारी रखेगा तथा यह पंजाब और देश के अन्य हिस्सों में भी दिक्कतें पैदा करने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि, '' हम रॉकेट फोर्स तैयार करने की तरफ देख रहे हैं।'' उन्होंने कहा कि किसी ने कभी ऐसा नहीं सोचा था कि तालिबान 'इतनी तेजी' से देश पर कब्जा कर लेगा। उन्होंने कहा कि यह तो समय ही बताएगा कि आगे क्या होगा। इस अवसर पर पूर्व रक्षा सचिव एनएन वोहरा ने चीन के साथ 1962 के युद्ध से संबंधित हेंडरसन ब्रुक्स रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की अनुमति दिए जाने का आह्वान किया।
बता दें कि इन दिनाें चीन सीमा पर भारत के खिलाफ बड़ी साजिश रच रहा है. वहीं हमेशा की तरह पाकिस्तान भी तालिबान का साथ देकर भारत के खिलाफ काेई न काेई खिचड़ी जरुर पका रहा है. गाैरतलब है कि अफगानिस्तान में तालिबान का राज आने पाकिस्तान बेहद ही उछल रहा है. अब देखना यह है कि तालिबान काे लेकर भारत का आगे क्या रुख हाेगा.