जौनपुर और आजमगढ़ में हुए दलित उत्पीड़न के मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती ने सीएम योगी की तारीफ की है। सीएम योगी द्वारा उठाए गए कदमों को लेकर मायावती ने ट्वीट कर कहा कि 'अभी हाल ही में आजमगढ़ में दलित बेटी के साथ हुए उत्पीड़न के मामले में कार्रवाई को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री देर आए पर दुरुस्त आए, यह अच्छी बात है, लेकिन बहन-बेटियों के मामले में कार्रवाई आगे भी तुरन्त व समय से होनी चाहिये, तो यह बेहतर होगा।
वहीं दूसरी तरफ सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भी मुख्यमंत्री योगी की तारीफ की। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि 'जौनपुर, आज़मगढ़ में दलित समुदाय के साथ हुए अन्याय, अत्याचार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। देर से ही सही, कार्रवाई के लिए मैं मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद देता हूं।'
बीजेपी की राज्यसभा सांसद कांता कर्दम ने भी मायावती के ट्वीट का जिक्र करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि 'किसी भी बहन-बेटी के साथ योगी सरकार में अन्याय नहीं हो सकता है। तभी तो आज़मगढ़ में दलित बेटियों से अत्याचार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने पर खुद मायावती ने योगी की तारीफ की है। अपराध मुक्त शासन के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार का धन्यवाद'।
मुख्यमंत्री योगी के कठोर कदम उठाने वाले फैसले को लेकर दलित चिंतक बद्रीनारायण ने भी सीएम योगी की प्रशंसा करते हुए कहा कि 'ऐसी घटनाओं को लेकर यूपी सरकार सक्षम हस्तक्षेप कर रहा है, ऐसे में आने वाले समय में ऐसी घटनाओं पर रोक लगेगी'। वहीं जेएनयू के प्रोफेसर विवेक कुमार ने कहा कि ऐसी घटनाओं पर होने वाली कार्रवाई का वेलकम करना चाहिए। सीएम योगी के इस कदम से सरकार का रसूख कायम होगा, वरना लोगों के दिलों से डर निकला जा रहा था।
दलित चिंतक लालजी निर्मल ने भी ट्वीट कर 'दलित समाज की तरफ से मुख्यमंत्री का आभार प्रकट करते हुए कहा कि आजमगढ़ से जौनपुर तक दलितों के सम्मान में हुई कार्यवाही इसका प्रमाण है कि योगी सरकार तुष्टीकरण नहीं करती, दलित समाज आपकी सरकार में पूरी तरह महफ़ूज और गौरवान्वित है'।
पूर्व राज्यसभा सांसद व दलित चिंतक जुगल किशोर ने कहा कि सीएम योगी ने जौनपुर और आजमगढ़ मामले में वैधानिक कार्रवाई करते हुए आरोपियों को जेल में भेजने का काम किया है। उनकी सरकार ने अभी तक एक भी दंगा नहीं हुआ। आज उत्तर प्रदेश के दलित ये समझ चुके हैं कि योगी सरकार उनके हितो के लिए कटिबद्ध है। सीएम योगी ने कार्रवाई कर एक मिसाल कायम की है। इसक लिए उत्तर प्रदेश का पूरा दलित समाज उनको बधाई देता है।
बता दें कि आजमगढ़ में में दलित किशोरी के साथ छेड़खानी के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अपनाते हुए आरोपी परवेज, फैजान, नूरआलम, सदरे आलम समेत 12 लोगों को गिरफ्तार और 7 फरार आरोपियों पर तत्काल एनएसए (NSA) लगाने का आदेश दिए हैं। वहीं फरार आरोपियों पर ईनाम घोषित करने के साथ ही लापरवाह एसएचओ पर एक्शन का आदेश दिया है। वहीं जौनपुर में दलितों के घर जलाये जाने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर रासुका लगाने के निर्देश दिए हैं।