ईशनिंदा के आरोप में गोरखपुर का एक इंजीनियर यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) में फंस गया है। वहां की अदालत ने इंजीनियर को 15 साल की सजा और भारतीय मुद्रा के हिसाब से एक करोड़ का जुर्माना लगाया है। जुर्माना नहीं अदा करने पर ताउम्र जेल की सजा काटनी होगी। इंजीनियर की पत्नी की गुहार पर भारत सरकार ने यूएई सरकार से दया दिखाकर इंजीनियर को भारत भेजने की अपील की है।
आपको बता दें कि गोरखपुर के इंजीनियर अखिलेश पांडे को जिस ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसकी तफ्तीश में पुलिस को वीडियो, ऑडियो रिकार्डिंग, क्लिप जैसा कोई भी साक्ष्य नहीं मिला। पर यूएई के कानून के हिसाब से अगर तीन या तीन से अधिक लोग कुरान की कसम खाकर गवाही देते हैं तो आरोप सिद्ध माना जा सकता है और इसका लाभ उठाया उनके नीचे काम करने वाले एक सूडानी और एक पाकिस्तानी के साथ ही दो भारतीय मुसलिम मजदूरों ने,जिन्होनें अखिलेश पांडे परकुछ दिन पहले ईशनिंदा का आरोप लगाया और पुलिस में उनकी शिकायत दर्ज कराई थी।
अखिलेश की पत्नी ने बताया कि सूडानी नागरिक अब्दुल मनीम एल-जैक, पाकिस्तानी नागरिक राणा मजीद व एक अन्य कर्मचारी ने मेडिकल लीव के लिए झूठे प्रमाणपत्र प्रस्तुत किए थे। लेकिन वेरिफिकेशन के बाद अखिलेश ने उन्हें गलत पाया और भविष्य में दोबारा ऐसा न करने की चेतावनी दी। इसके बाद अखिलेश ने कम्पनी के उच्चाधिकारियों को भी अवगत करवाया।
इसके बाद सूडानी नागरिक अब्दुल मनीम सहित अन्य ने उन्हें अंजाम भुगतने की धमकी दी। इस घटना के अगले दिन अब्दुल मनीम, राणा मजीद के साथ दो भारतीय मुस्लिम मोहम्मद हुसैन खान मोहा (राजस्थान )और मोहम्मदुल्लाह शेख (हैदराबाद) अखिलेश की केबिन में घुसे और उनसे झगड़ा करने लगे। फिर थोड़ी देर में चारों उन्हें पकड़कर बाहर लाए और कहने लगे कि अखिलेश ने उनके समुदाय और यूएई के सुल्तान पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है।
उनकी ही शिकायत पर पुलिस ने अखिलेश को थाने पर बुलाया और गिरफ्तार कर लिया। बाद में गवाहों के आधार पर आरोप पत्र दायर हुआ। इसमें लिखा गया कि अखिलेश ने यूएई के मुस्लिम नागरिकों को भद्दी गालियाँ दी। साथ ही यूएई के सुल्तान को गाली देते हुए उन पर गंभीर आरोप लगाए। इसलिए यह राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का मामला बनता है।
अखिलेश पांडे की पत्नी अंकिता पांडे को उनके ससुराल वालों ने वापस घर बुला लिया है, अंकिता का कहना है कि उनके पति बिलकुल बेगुनाह हैं। उन्होंने भारत लौट कर यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विदेश मंत्री एस जयशंकर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजने के साथ ही गोरखपुर सदर सांसद रवि किशन, बांसगाँव सांसद कमलेश पासवान और देवरिया सांसद रमापति राम त्रिपाठी तथा राज्यसभा सांसद शिव प्रताप शुक्ल के जरिए भी विदेश मंत्रालय को पत्र लिखवाया है। अंकिता ने अपने पत्र में अखिलेश की सजा से माफी दिलाने की अपील की है। इसी पत्र पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार की ओर से अखिलेश को वापस देश भेजने की माँग की गई है। इस बात की पुष्टि स्वंय संयुक्त सचिव डॉ टीवी नागेन्द्र प्रसाद ने की है।इस तरह की घटना देश के लिए खतरनाक है क्योकि एक समुदाय के लोग देश के बाहर साथ रहने के बाद भी अपने ही देश के लोगो के लिए खतरा बन रहे हैं