समाजवादी पार्टी के एमपी शफीकुर्रहमान बर्क के मस्जिद और बाजार खोलने की मांग पर सियासत गरमा गई है। भारतीय जनता पार्टी के विधायक और फायर ब्रांड नेता संगीत सोम ने उनके इस बयान पर जुबानी हमला बोला है। संगीत सोम ने कहा सांसद को पता होना चाहिए कि यह उनकी खाला की सरकार नहीं है, भाजपा सरकार है और यहां कायदे और कानून से काम किया जाता है।
दरअसल, सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने वीडियो जारी दावा किया था कि जब तक देश के सारे मुस्लिम मस्जिदों में नमाज अदा नहीं करेंगे तक तक मुल्क से कोरोना वायरस महामारी को नहीं भगाया जा सकता। शफीकुर्रहमान ने कहा कि मुस्लिमों को नमाज पढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। इस दौरान उन्होंने ईद के मौके पर लगने वाले पशुओं के बाजार पर पाबंदी के लिए राज्य सरकार के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने तर्क देते हुए कहा, मुस्लिम समुदाय के लिए ईद-उल-अजहा बहुत बड़ा त्यौहार है, जब मुसलमान जानवरों को खरीद नहीं सकेंगे तो त्यौहार कैसे मनाएंगे।
संगीत सोम ने कहा कि अगर सांसद के बयान में दम है तो सबसे पहले पाकिस्तान में कोरोना गायब हो जाना चाहिए था। साथ ही संगीत सोम ने कहा कि सपा सांसद को भी कानून का पालन करना चाहिए नहीं तो जिस तरह आजम खान की ईद जेल में मनी है, उनकी बकरीद भी जेल में मनेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि बकरीद ईद पर यह कहां लिखा है कि खेती करने वाले जानवर काटे जाएं। साग, आलू खाकर भी ईद मनानी जा सकती है।