ये वही जनपद है जहां पिछले कुछ समय से गुजरात के एक व्यापारी से यहीं पुलिस लाइन में तैनात एक पुलिस कांस्टेबल द्वारा ठगी की जांच पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में पंचवर्षीय कार्यकाल में करवाई जा रही है.. 25 लाख की ठगी के आरोपी कांस्टेबल संजीव तेवतिया के विरुद्ध तमाम सबूतों के स्पष्ट व प्रत्यक्ष होने के बाद भी अब तक इंच भर भी कार्यवाही आगे नही बढ़ी और सिपाही अपने तैनाती के जनपद से दूर महानगरों में सैर सपाटा कर रहा है.. यहां तक कि पैसे उस पिता के खाते में मंगाए गए हैं जो खुद पुलिस में सब इंस्पेक्टर रह चुके हैं..
जिस जनपद की पुलिस से दूसरे प्रांतों के व्यापारी भी नहीं सुरक्षित हो वहां पर हिंदूवादी व राष्ट्रवादी नेताओं के सुरक्षित होने की संभावना कितनी होगी इसका अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है। जिला बागपत है जहां अपराधियों ने ठगी के आरोपी पुलिस वह उसके खिलाफ हो रही अदृश्य कार्यवाही से ही वहां का स्तर पहचान लिया है और हत्या कर दी है भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता की । पीड़ित व्यापारी गुजरात के सूरत का है जो ADG तक से गुहार लगा कर टूट चुका है.
उत्तर प्रदेश के बागपत में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एवं पूर्व जिलाध्यक्ष संजय खोखर की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गए. पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह ने मंगलवार को बताया कि छपरौली इलाके के तिलवाडा निवासी 52 वर्षीय खोखर आज सुबह अपने नलकूप की ओर टहलने जा रहे थे। उसी बीच पहले से घात लगाए बैठे तीन बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिससे उन्होंने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया।
उन्होंनेे बताया कि घटना की सूचना मिलते ही वह पुलिस बल के साथ मौके पर गए। हत्या का कारण पता नहीं चल सका। गैर प्रान्त के व्यापारी से ठगी की आरोपी बागपत पुलिस हत्यारों तलाश कर रही है। गौरतलब है कि संजय खोखर तीन साल तक बागपत में भाजपा के जिलाध्यक्ष रहे और इनके ही कार्यकाल में पार्टी ने बड़ौत व बागपत विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी।