वह कहते हैं ना कि हुनर ना जगह देखता है ना समय देखता है ना घर देखता है ना परिवार देखता है वह कहीं भी और किसी में भी निहित हो सकता है बस उसके अंदर लग्न नाम की उर्जा होनी चाहिए। ऐसा ही कुछ भागलपुर के कहलगांव के एक छोटे से गांव किशनदासपुर में देखने को मिला जहां एक छोटे से किसान परिवार के घर की बेटी दीप्ति अब इंटरनेशनल एथलेटिक्स खेलने की तैयारी कर रही है और भारत को गौरवान्वित करने की तैयारी कर रही है।
श्रवण जयशवाल एवं ललिता देवी की 20 वर्षीय बेटी दीप्ति कुमारी ने पाटलिपुत्रा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित बिहार एथलेटिक्स 2022 में लंबी कूद प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतकर अपना स्थान नेशनल एथलेटिक्स में सुनिश्चित कर ली है। यह मेडल उसने 5.10 मीटर कूदकर प्राप्त किया। बता दे की दीप्ति kahalgaon के ssv कॉलेज की छात्रा रही है।
पिछले वर्ष उसने कठिन मेहनत एवं परिश्रम कर अपना स्थान उड़नपरी पीटी उषा अकैडमी में सुनिश्चित की थी।
बता दें कि दीप्ति विभिन्न खेलों एवं प्रतियोगिताओं में बहुत ही अब्बल है। यहां तक में 2018 के राजपथ पर प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति को सलामी भी दे चुकी है।
माता-पिता ने बताया कि वह पैसे से एक किसान है फिर भी अपने बच्चे को जहां तक संभव हो पा रहा है आगे बढ़ने के लिए सहयोग कर रहे हैं और करते रहेंगे।