यूपी बोर्ड के बच्चों के लिए यूपी सरकार ने एक राहत भरा फैसला लिया है। शासन ने यूपी बोर्ड के 9वीं से लेकर 12वीं तक के पाठ्यक्रम में 30 फ़ीसदी की कमी की है। पहले के मुकाबले बचा हुआ 70 फ़ीसदी पाठ्यक्रम तीन भागों में पढ़ाया जाएगा। कोरोना महामारी के चलते नियमित तौर पर कक्षाएं शुरू ना हो पाने की समस्या के चलते शासन ने पाठ्यक्रम कम करने का प्रस्ताव भेजा था जिस पर मंजूरी मिल गई है। दरसल कोरोना महामारी के वजह से वर्तमान शैक्षिक सत्र की कक्षाएं अभी तक शुरू नहीं हो पाई है हालांकि शासन ने 15 जुलाई से ऑनलाइन क्लासेस चालू करने का आदेश दिया था लेकिन यूपी बोर्ड के बहुत से विद्यार्थी ऐसे हैं जो संसाधनों के अभाव में ऑनलाइन क्लासेस अटेंड करने की हालत में नहीं है इसलिए पाठ्यक्रम कम करने पर मंथन किया गया। अब बाकी बचे 70% पाठ्यक्रम को तीन हिस्सों में बांटकर बढ़ाने की योजना है। पहले हिस्से के तहत पाठ्यक्रम का वह हिस्सा आएगा जिनके वीडियो बनाकर ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा सकती है यह वीडियो सरकार के स्वयंप्रभा चैनल और डीडी यूपी पर भी प्रसारित किए जाएंगे। दूसरे भाग में पाठ्यक्रम का वह हिस्सा होगा जिसे विद्यार्थी खुद पढ़ सकते हैं। तीसरे और अंतिम हिस्से में प्रोजेक्ट वर्क को पूरा कराया जाएगा। पाठ्यक्रम कम होने से यूपी बोर्ड के एक करोड़ से ज्यादा बच्चों को राहत मिलेगी। इससे पहले सीबीएसई और आईसीएससी बोर्ड ने भी अपने सिलेबस में 30 फ़ीसदी की कटौती की थी। दोनों ही बोर्ड अपना नया सिलेबस जारी भी कर चुके हैं।