सिधूमुसेवाला हत्याकांड के बाद पंजाब पुलिस आरोपियों की धरपकड़ करने में जुटी है। एक के बाद एक मामले में बड़े खुलासे हो रहे हैं। अभी जो पुलिस सूत्रों से जानकारी मिल रही है वो चौंकाने वाली है। पंजाब पुलिस के एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने घोषणा की कि उसने गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के सिलसिले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के 32 गैंगस्टर और सहयोगियों को गिरफ्तार किया है।
एक प्राप्त जानकारी के अनुसार एजीटीएफ प्रमुख ने बताया कि मूसेवाला को मारने की योजना पिछले साल अगस्त में शुरू हुई थी, यानी कि यूथ अकाली दल के नेता विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या के बाद। उन्होंने कहा, "लॉरेंस बिश्नोई साजिश का मास्टरमाइंड था, जिसे उसने तिहाड़ जेल से इसे रचा था।
इसके पीछे बिश्नोई का मकसद मिद्दुखेड़ा की हत्या का बदला लेना था। लॉरेंस गिरोह का मानना था कि गायक अकाली नेता की हत्या में शामिल था। हालांकि, पंजाब पुलिस ने अकाली नेता की हत्या की जांच में गायक की भूमिका नहीं पाई।"
तीसरे प्रयास में यह गिरोह मूसेवाला की हत्या करने में सफल रहा। पहली बार जनवरी में गैंगस्टरों के एक अन्य गुट के जरिए हत्या की कोशिश की गई। बाद में वे 25 मई को अपने टारगेट के करीब आए, लेकिन नाकाम रहे। इसके बाद 29 मई की शाम को जवाहर के गांव में उन्होंने गायक को मार डाला।
एडीजीपी ने हत्या में सीधे तौर पर शामिल 13वें आरोपी बलदेव निक्कू की गिरफ्तारी की घोषणा की। उन्होंने कहा कि निक्कू और केकड़ा साजिश का मुख्य आरोपी था। निक्कू सिरसा का रहने वाला है और 14 मामलों में भगोड़ा अपराधी रहा है। उन्होंने बताया कि वह गायक के घर की रेकी में शामिल था।