उत्तराखंड का हल्द्वानी शहर हिंसा की आग में अबतक 6 लोगों की मौत हो गई है. इस हिंसा में कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, प्राप्त जानकारी के मुताबिक पांच हजार अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. सुरक्षा को लेकर पूरे उत्तराखंड में अलर्ट जारी किया गया है और हल्द्वानी शहर को 7 जोन में बांट दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक हल्द्वानी शहर में गुरुवार को हुई हिंसा के बाद हालात पर काबू पाने के लिए क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है, इसके साथ ही दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं. बताया जा रहा है की इस हिंसा में घायल हुए पत्रकार समेत 7 घायलों का शहर के विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है.
अस्पतालों में भर्ती कराए गए करीब 60 घायलों में से ज्यादातर को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. देहरादून, हरिद्वार, रामनगर, उधम सिंह नगर सभी जगह पुलिस को 24 घंटे अलर्ट पर रहने के साथ ही किसी भी ऐसी घटना से निपटने के लिए अलर्ट पर रहने के आदेश दिए गए हैं.
सेना के हवाले पूरा इलाका
हल्द्वानी में हिंसा ग्रस्त क्षेत्र बनभूलपुरा थाना क्षेत्र और आसपास के इलाकों में सूरक्षा को लेकर सेना की तैनाती कर दी गई है. शनिवार को भी पूरे इलाके में चौकसी बरती जा रही है. उपद्रवियों के खिलाफ सरकार की ओर से सुरक्षा बलों को सख्त एक्शन के आदेश दिए गए हैं. पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी है. धामी सरकार की शांतिपूर्ण प्रदेश में इस प्रकार की हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए गए हैं.
मुख्य सचिव की ओर से कुमायूं मंडल आयुक्त को भेजे गए पत्र में हल्द्वानी शहर के थाना बनभूलपुरा और निकटवर्ती क्षेत्रों में हुई घटना संवेदनशील कहा गया है. इसको देखते हुए कुमायूं मंडल के आयुक्त की ओर से मजिस्ट्रेट जांच पूरी कराई जाए. सरकार की ओर से इस संबंध में निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा है कि घटना की निष्पक्ष मजिस्ट्रेट जांच कर 15 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट सरकार को उपलब्ध कराया जाए. उन्होंने इस मामले में कुमाऊं मंडल के आयुक्त को व्यक्तिगत तौर पर ध्यान देने के निर्देश दिए हैं.