उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में बिग स्माइल फाउंडेशन ने खंड़ित मुर्तियों और पूजा सामग्री के निस्तारण का अभियान शुरू किया है. बता दें कि संस्थान के पदाधिकारी औऱ अन्य सदस्य सड़क के किनारों, चौराहों और पार्कों में फैंकी गई खंडित मूर्तियों और पूजा सामग्री को एकत्रित कर उनका निस्तारण कर रहे है.
बिग स्माइल फाउंडेशन ने चलाया अभियान
वहीं जैसा हम सब चोराहों और कई जगहों पर भगवान की मूर्तियां देखते है. इसी के चलते बिग स्माइल फाउंडेशन ने एक अभियान चलाया है जिसमें सभी खंड़ित मूर्तियों को इखट्टा कर उनका सही तरीके से निस्तारण किया जाएगा. बता दें कि बिग सिले फाउंडेशन इस अभियान में खंडित मूर्तियों का निस्तारण नदी में बहाकर या नदी को प्रदूषित कर के नहीं बल्कि ज़मीन में डाल कर उस पर पौधे लगाने का है.
सिमरन रंधावा ने लोगों से किया अनुरोध
संस्था की संस्थापक सिमरन रंधावा और जितेंद्र रंधावा ने लोगों से अनुरोध किया है कि वह खंडित मूर्तियों और हूजा सामग्री को सड़क किनारे, चौराहे, और पार्कों में न छोड़े. उनके अनुसार यहां अनजाने में भगवान का अपमान किया जा रहा है.
राजनगर से गोविंदपुरम तक चला अभियान
बिग स्माइल फाउंडेशन को लोग राजनगर से गोविंदपुरम तक यह अभियान चला रहे है. इस अभियान में सड़क किनारे, चौराहों और पार्कों में रखी गई सभी खंड़ित मूर्तियों और पूजा की सामग्री को निकालकर उनका तरीके से निस्तारण किया जाए.
अन्य संस्थानों से किया अनुरोध
वहीं बिग समाइल फाउंडेशन ने बाकि संस्थानों से भी इस अभियान में आगे बढकर हाथ बड़ाने का अनुरोध किया है. वहीं शर्मिला. किरण, पोपली, आरती गौर, रूपाली गुप्ता सहित अन्य लोग मदद में जुट गए है.
5000 से अधिक मूर्तियों को किया इखट्टा
बता दें कि अभी तक बिग स्माइल फाउंडेशन ने 5000 से भी अधिक मूर्तियों का इखट्टा कर चुकी है. उन्होंने लोगों से भी अनुरोध जताया है कि मूर्तियों और पूजा सामग्री को सही तरीकों के साथ निस्तारण किया जाए.