इस्लामिक जिहादियों की दोस्ती भी घातक हो सकती है। कई बार हमें लगता है कि यह मेरा परम प्रिय मित्र है लेकिन अगर वही मित्र धोखा दे दे तो कैसा लगेगा। कई ऐसे मामले हो चुके हैं पहले भी जहाँ एक हिन्दू युवक एक जिहादी से दोस्ती तो कर लेता पर उसका अंजाम उसे अपनी जान देकर चुकाना पड़ता है। अब जो हम आपको मामला बताने वाले हैं उसमें ऐसे जिहादी युवकों से बचने का सबक मिलता है।
मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का है। भोपाल में हत्या और अपने ही घर में ही कब्र बनाकर दफनाने का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहाँ आरोपित ने अपने दोस्त की गला रेत कर हत्या करने के बाद लाश अपने ही घर में दफना दी। हालाँकि, हत्या के करीब सात महीने बाद यह राज आरोपित शराब के नशे में मृतक दोस्त का खोपड़ी लेकर घूमता दिखा। तब कहानी में से पर्दा उठा।
पूरा मामला भोपाल के हबीबगंज थाना क्षेत्र का है। शमशेर और उसका दोस्त शिवा रंगाई-पुताई का काम करते थे। शमशेर की गर्लफ्रेंड आशा भी पुताई का काम करती थी। आशा अपने पति को छोड़कर शमशेर के साथ रह रही थी, वहीं कहा जा रहा है कि जब आशा की नजदीकी शिवा से बढ़ी तो शमशेर ने शिवा की हत्या कर दी।
वहीँ सोमवार की देर रात आरोपित शमशेर नशे में दोस्त का खोपड़ी लेकर मोहल्ले में घूमता दिखा। कहा जा रहा है कि ये देखकर गली की महिलाएँ डर गईं और थाने पहुँचकर पुलिस को खबर की। तब जाकर 7 महीने पुरानी मर्डर मिस्ट्री का खुलासा हुआ।