इनपुट- शैलेश कुमार शुक्ला, लखनऊ
भारत जोड़ो यात्रा नए साल में यूपी में एंट्री करने वाली है.यात्रा 3 जनवरी से गाजियाबाद से शुरु होनेवाली है.यात्रा शुरु होने से कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, बीएसपी सुप्रीमो मायावती और आरएलडी के नेता जयंत चौधरी को यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था लेकिन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष जयंत चौधरी ने यह पुष्टि कर दी है कि दोनों नेता भारत जोड़ों शामिल नहीं होंगे.लेकिन दोनों नेताओं ने राहुल गांधी को अपनी शुभकामनाएं दी हैं.
अभी तक बीएसपी या मायावती की ओर से कोई बयान नहीं आया है लेकिन कांग्रेस को लेकर मायावती के रुख को देखते हुए उनका आना भी मुश्किल है. अखिलेश यादव से मीडिया ने जब भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने को लेकर सवाल किया तो अखिलेश अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी भारत जोड़ो यात्रा के साथ भावनात्मक विचार से जुड़ी है लेकिन उन्हें निमंत्रण नहीं मिला है.
इससे पहले साल 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव और राहुल गांधी का साथ देखने को मिला था. हालांकि उसके बाद दोनों पार्टियों के बीच दूरी बन गई थी.वहीं समाजवादी पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया था और मुख्य विपक्ष की भूमिका में है.
सामजावादी पार्टी की गठबंधन साथी जयंत ने भी यात्रा में शामिल होने की अटकलों को नकार दिया.पार्टी सूत्रों के मुताबिक जयंत व्यस्त कार्यक्रम की वजह से यात्रा में शामिल नहीं होंगे.हालांकि उन्होंने ये जरूर कहा है कि उनकी पार्टी वैचारिक रूप से राहुल गांधी की यात्रा का समर्थन करती है.
माना जा रहा है कि जयंत का राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा में ना शिरकत करने का फैसला अकेले का नहीं है बल्कि इसके पीछे गठबंधन के सहयोगी की राय भी शामिल है. जयंत और अखिलेश यादव दोनों के बीच इस मुद्दे पर कोई न कोई बातचीत जरूर हुई होगी. इसके बाद ही अखिलेश यादव से पहले जयंत ने अपनी व्यस्तता का हवाला देकर राहुल गांधी की इस भारत जोड़ो यात्रा में उत्तर प्रदेश में जुड़ने से मना कर दिया है.
बता दें कि कांग्रेस ने यात्रा के 3 जनवरी को गाजियाबाद में प्रवेश करने के मौके पर गैर-बीजेपी दलों के कई नेताओं को आमंत्रित किया है.गाजियाबाद से यह यात्रा बागपत और शामली से होते हुए हरियाणा में प्रवेश करेगी.