इनपुट-अखिल तिवारी, लखनऊ
उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते हुए मामले को लेकर लगातार सीएम योगी हर कोशिश कर हैं जिससे कोरोना के प्रकोप को कम किया जा सके।दवाई और मेडिकल सुविधाओं के साथ-साथ सीएम योगी इस बात पर भी पूरा ध्यान दे रहे हैं, कि जांच की संख्या में बढ़ोत्तरी की जाए।आपको बता दें कि सीएम योगी ने पूरे प्रदेश में रोजाना ढाई लाख जांच के आदेश दिए हैं।साथ ही सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि चार जनपदों जौनपुर, बलिया, गाजीपुर, प्रतापगढ़ में बीएसएल टू लैब बनाया जाएगा।जिससे अन्य लैबों का भार कम हो जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग की एक्सपर्ट टीम की बैठक शासन को भेज प्रस्ताव
प्रदेश में बढ़ते हुए कोरोना के मामले पर शिकंजा कसने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एक एक्सपर्ट टीम का भी गठन किया गया है।एक्सपर्ट टीम कमेटी की बैठक भी हुई, जिसमे जांच से लेकर भर्ती करने की प्रकिया को लेकर मुख्य बिंदुओं पर प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजे गए हैं।जिसमे मरीज की मॉनिटरिंग ऑक्सीजन, बीपी व कोई अन्य दिक्कत ना हो इसका प्रस्ताव भेजा गया है।यह जानकारी स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ डीएस नेगी साझा किया।
कोरोना के लक्षण पर तत्काल इलाज की व्यवस्था
महानिदेशक ने बताया कि अगर कोरोना के लक्षण किसी भी व्यक्ति में दिखाई देते हैं, और जांच रिपोर्ट आने में किसी वजह से विलंब हो जाती है तो भी तत्काल एडमिट किया जा सके इसका प्रस्ताव भी शासन को भेज गया है।साथ इसमें यह भी शामिल है कि लक्षण मिलने पर तत्काल कोरोना की दवा देकर इलाज शुरू किया जाना चाहिए जिससे मरीज की हालत आगे चलकर गम्भीर ना हो सके।