इनपुट- शैलेन्द्र पाण्डेय
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज सपा मुख्यालय अपने विधान परिषद सदस्यों (एमएलसी) के साथ बैठक की।
अखिलेश यादव ने कहां की आपसी तालमेल से अनुशासित रहकर हमें संगठन को मजबूत करना है तथा इन आने वाले चुनावों में लोकतंत्र को बचाने का काम भी करना होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश की काफी बदनामी की है, हमें उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का सपना पूरा करना है।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि भाजपा जनता के मुद्दों को उलझा कर समाज को डराए रखना चाहती है। शोषणकारी, दमनकारी भाजपा सरकार अब अपने जाने के अच्छे दिन गिन रही है। उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैत से वार्ता कर उनके स्वास्थ्य का भी हाल जाना। यादव ने कहा कि किसान नेताओं के साथ देश की भावना और सहानुभूति जुड़ी हुई है।
26 जनवरी 2021 को जो हालात बने उसके लिए अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को दोषी ठहराया है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने किसानों को जिस प्रकार से निरंतर प्रताड़ित, तथा अपमानित और उपेक्षित किया है। उससे किसानों में रोष है। भाजपा सरकार 26 जनवरी की घटनाओं की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए किसान विरोधी कानून को तत्काल प्रभाव से रद्द करने का ऐलान करना चाहिए।
समाजवादी पार्टी के सदस्य विधान परिषदों ने आशंका जताई कि स्थापित मान्यताओं के विपरीत भाजपा प्रोट्रेम सभापति पद के रूप में संचालन कराने की रणनीति पर काम कर रही है। भाजपा के पास विधान परिषद में न तो बहुमत है और ना ही वरिष्ठता कार्यकाल का कोई विधान परिषद सदस्य है।
बैठक में मुख्य रूप से सदस्य विधान परिषद बलराम सिंह यादव, राजेंद्र चौधरी, सुनील सिंह साजन, राजपाल कश्यप, आनंद भदौरिया, अरविंद कुमार सिंह, शशांक यादव, संतोष यादव सनी, राकेश कुमार यादव गुड्डू, रामवीर सिंह यादव, बासुदेव यादव, राम अवध यादव, हाजी मोहम्मद खान, अमित यादव, डॉ दिलीप यादव, अरविंद प्रताप यादव, शैलेंद्र प्रताप सिंह, राजेश कुमार यादव, तथा आशु मलिक आदि उपस्थित थे।