एफसीआई : कोरोना महामारी में राज्यों को दिया गया 126 लाख टन खाद्यान्न फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के गोदामों से, हैदराबाद में 02 अप्रैल, 2020 को चावल के बैग ले जाए गए । लॉक डाउन में 1.7 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की जिसका उद्देश्य राष्ट्रव्यापी तालाबंदी से मुश्किल से पीड़ित लोगों को राहत प्रदान करना है। भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने COVID-19 लॉकडाउन के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लगभग 126 लाख टन खाद्यान्न की आपूर्ति की है, जो सामान्य स्थितियों में लगभग ढाई महीने की आपूर्ति के बराबर है। तो वही 25 मार्च से 30 अप्रैल के बीच, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को37.13 लाख टन गेहूं और 89 टन चावल मिला जो जो कुल 126.13 लाख टन था।
हर महीने औसतन, एफसीआई, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम।प्रसाद, एफसीआई के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के मुताबिक (एनएफएसए) और अन्य योजनाओं के मानदंडों के तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लगभग 50 लाख टन खाद्यान्न जारी किया गया।
देश के पांच क्षेत्रों में से, उत्तरी क्षेत्र को अधिकतम 39.95 लाख टन दिया गया तो वही दक्षिणी क्षेत्र को 29.18 लाख टन । इसके बाद पूर्व को 28.33 लाख टन वही पश्चिम को२३.०३ लाख टन और उत्तर-पूर्व में ५.६३ लाख टन दिया गया। संवितरण में तेजी से बढ़ोतरी में किसका योगदान है:
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKAY) का कार्यान्वयन, NFSA के लाभार्थियों को ५ किलो भोजन दिया जाता है। प्रत्येक व्यक्ति को प्रति माह 5 किलोग्राम प्रति माह से अधिक और तीन महीने (अप्रैल - जून) तक मुफ्त में अनाज दिया जाएगा । यानी PMGKAY का इसमे बड़ा ही योगदान है।