हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर विवाद पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति के कारण कानून को एक तरफ रखकर नियम अलग-अलग बनाने का जो प्रयास किया जाता है वो नहीं होना चाहिए। नियम सबके लिए एक बराबर है, सबको एक नजर से देखना चाहिए. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि समाज में किसी तरह का तनाव न हो इसका प्रयास स्थानीय प्रशासन को करना चाहिए। महाराष्ट्र, राजस्थान और अन्य जगहों में जो देखने को मिल रहा है वो दुर्भाग्यपूर्ण हैं और राज्यों की सरकारों को उचित कदम उठाने चाहिए और तुष्टीकरण राजनीति से परहेज करना चाहिए.
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि FTII से बहुत सारे फिल्म जगत के बड़े-बड़े हस्तियों ने शिक्षा प्राप्त कर अपना और देश का नाम रौशन किया है। हमारा प्रयास है कि बढ़ती चुनौतियों और लगातार बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी के बदलाव के कारण अपने विद्यार्थियों के लिए नए कोर्स शुरू कर सके.
बता दें कि इन दिनों देश से हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर को लेकर काफी विवाद बढ़ रहा है. वहीं इसे लेकर बीते दिन राज ठाकरे ने पीसी भी की थी. राज ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ किया कि उनका विरोध किसी धर्म विशेष के खिलाफ नहीं है, यह विरोध धार्मिक नहीं है, बल्कि सामाजिक है. लाउडस्पीकर से दूसरों को दिक्कत होती है. अगर गलत तरीके से लाउडस्पीकर मंदिरों पर लगा है तो उसे भी उतारना चाहिए. हम किसी भी धार्मिक स्थल पर नियमों को तोड़ने वाले लाउडस्पीकर के पक्ष में नहीं हैं.
राज ठाकरे ने कहा कि आज 4 तारीख है. हमने 3 मई तक के लिए सरकार से विनती की थी और कहा था कि सभी लाउडस्पीकर हट जाने चाहिए. हमने ये भी कहा था कि अगर सरकार तय समय में इन्हें नहीं हटाएगी तो इसके बाद हम उन मस्जिदों के आगे हनुमान चालीसा करेंगे. हमने अपने पहले के ऐलान की तरह वही किया. महाराष्ट्र पुलिस हमारे कार्यकर्ताओं को पकड़ रही है. मैं पुलिस से पूछना चाहूंगा कि यहां 1500 मस्जिदों में से आज भी 135 पर लाउडस्पीकर से अजान हुई है. आखिर इन पर कौन कार्रवाई करेगा. आप हमारे कार्य़कर्ताओं पर एक्शन ले रहे हैं, लेकिन इन पर नहीं.