कोरोना के बढ़ते संक्रमण से गांवों को सुरक्षित रखने में यूपी सरकार अब तक की सबसे बड़ी टेस्टिंग ड्राइव शुरू करने जा रही है इसके तहत गांव-गांव में कोविड टेस्टिंग की जाएगी। टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट की लाइन को ध्यान में रखते हुए आज से शुरू हो रहा ये अभियान अगले 4 दिन तक चलेगा जिसके तहत प्रदेश के सभी राजस्व गांवों में लोगो का एंटीजन टेस्ट किया जाएगा। इसके लिए 10 लाख से अधिक एंटीजन टेस्ट करके कोरोना की घुसपैठ को गांवों में रोका जाएगा। एंटीजन टेस्ट में जो ग्रामीण कोरोना संक्रमित पाया जाएगा, उसका गांव में ही तत्काल इलाज शुरू किया जाएगा। एंटीजन टेस्ट के साथ साथ 10 लाख से अधिक मेडिकल किट भी बांटी जाएगी।
कोविड पॉजिटिव मरीजों को मिलेगी मेडिकल किट और आयुष काढ़ा -
एंटीजन टेस्ट के दौरान पॉजिटिव मिले ग्रामीणों को कोरोना तत्काल इलाज शुरू किया जाएगा और उनको गांव में ही आइसोलेट किया जाएगा। संक्रमित मरीजों को दवाई वाली एक कोविड किट और आयुष काढ़ा भी दिया जाएगा। कोविड टेस्टिंग का यह महा अभियान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, मेडिकल स्टाफ,आशा वर्कर और आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं के जरिए चलाया जाएगा।
अभियान की सारी तैयारियां पूरी -
कोविड टेस्टिंग के इस अभियान के लिए सरकार के स्तर पर सभी जरूरी तैयारी पूरी कर ली गई हैं। एंटीजेन टेस्ट करने के लिए अलग अलग क्षेत्रो में।दस लाख एंटीजेन किट उपलब्ध करा दी गई है।साथ ही मेडिकल किट भी उपलब्ध करा दी गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में एंटीजन टेस्ट करने के लिए रैपिड रिस्पांस टीम एंटीजेन किट लेकर जाएगी। लक्षणों के आधार पर लोगो का टेस्ट किया जाएगा और यदि इस टेस्ट में जो ग्रामीण पॉजिटिव पाए जाता है उसका मेडिकल प्रोटोकॉल के तहत तत्काल उपचार शुरू किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में युद्व स्तर पर हो सैनिटाइजेशन - योगी
कोविड संक्रमण से गांवों को बचाने के लिए ग्रामीण इलाकों में सैनिटाइजेशन के काम को भी युद्ध स्तर पर करने के आदेश दिए गए है। कोरोना के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए व्यापक सैनेटाइजेशन आवश्यक है जिसको देखते हुए अब ग्राम पंचायत स्तर से इस कार्य को किया जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीणों ने अपील की है कि यदि उनको कोविड के लक्षण लगते है तो तत्काल अपना टेस्ट कराए।