शिवसेना के बागी विधायकों ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिख कई गंभीर आरोप लगाए हैं। विधायकों ने लिखा है कि 2.5 सालों से हमारे लिए सीएम आवास बंद था। वर्षा बंगले तक सीधी पहुंच नहीं थी।
एनसीपी-कांग्रेस के विधायकों से ही आप मिल पाते थे। शिवसेना के विधायकों को नजरअंदाज किया गया। केवल एकनाथ शिंदे ने हमारी आवाज सुनी। विधायकों ने अयोध्या जाने से रोकने का भी आरोप लगाया।
दूसरी तरफ महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच मुंबई की सड़कों पर देवेंद्र फडणवीस को सीएम बनाने के पोस्टर लगाए गए हैं।
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के तेवर अभी भी नरम नहीं हुए हैं। 37 से अधिक पार्टी विधायकों के समर्थन मिलने का दावा कर वे दलबदल विरोधी कानून को भी चुनौती देने के लिए तैयार हैं।