कानपुर पहुंचे एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिकरु कांड पर बड़े खुलासे किए। उन्होंने साफ कहा कि अभी तक जो भी बयान विकास दुबे ,प्रभात मिश्रा और अमर दुबे ने पुलिस को दिए थे वे सभी असत्य थे। एसटीएफ की विवेचना में सभी दावे असत्य पाए गए। उन्होंने यह साफ कहा कि यह तीनों शातिर अपराधी थे और लगातार शुरुआत से ही पुलिस को भी गुमराह कर रहे थे। वही इस कांड में उनका सहयोग करने वाले सात और आरोपी गिरफ्तार हुए।इनके पास से कई आधुनिक अवैध असलहे बरामद हुए हैं जो कहीं ना कहीं दुर्दांत विकास दुबे की कार्यशैली को दर्शाते कि वह कितना बड़ा माफिया था।एसटीएफ ने सहयोगियों के पास से अमेरिकन राइफल के साथ ही साथ एक 9mm की अवैध कार्बाइन भी बरामद की।वहीं कई आधुनिक अवैध असलहों के कारतूस भी बरामद हुए हैं। एसटीएफ की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि कई अवैध आधुनिक असलहों को मध्यप्रदेश के भिंड में बेच दिया गया है। ऐसे असलहे रखने वाले भी अब एसटीएफ की रडार पर आ चुके हैं और जल्दी ही अवैध असलहों के साथ वह भी गिरफ्तार किये जाएंगे।एसटीएफ को दुर्दांत विकास दुबे उसके साथी प्रभात मिश्रा व अमर दुबे के व्यक्तिगत फोन भी बरामद हो गए।एडीजी ने साफ कहा है कि फॉरेंसिक लैब की जांच होने के बाद व्यक्तिगत फोन खोले जाएंगे तो कई और लोगों के राज फास हो सकते हैं जो विकास दुबे के सहयोगी थे।उन्होंने कहा कि एक अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए किसी ना किसी नेता की शरण में जरूर जाता है।ऐसा में कहा जा सकता है कि विकास दुबे को भी राजनीतिक संरक्षण जरूर प्राप्त था और अब उसके राजनीतिक गुरु के नामों का भी खुलासा जल्द ही हो सकता है।