आजाद मैदान के दंगों का कारण रजा अकादमी, रोहिंग्या के साथ हिंसा को लेकर विरोध प्रदर्शन कर दंगा भड़काने वाला संस्थान रजा अकादमी, अमर जवान की मूर्ति को तोड़ने वाला रजा अकादमी, पुलिस वालों के साथ बड़े पैमाने पर हिंसा करने वाला रजा अकादमी, घटना में ढाई करोड़ से ज्यादा की प्राइवेट और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाने वाला रजा अकादमी . आज उसी रजा अकादमी पर महराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने हमला किया है.
उनकी बातों पर गौर किया जाए तो उसमें सत्यता भी दिखती है. अमरावती को जिस तरह से दंगे की साजिश कर दहलाया गया उसमे रजा अकादमी का ही योगदान था. अब पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने रजा अकादमी को बैन करने की मांग की है.
मीडिया को संबोधित करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा, जब कांग्रेस की सरकार होती है तब ही रजा अकादमी पुलिस पर हमला क्यों करती है. इस मामले पर उन्होंने प्रकाश डालते हुए कहा कि सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी MVA सरकार को रजा अकादमी पर प्रतिबंध लगाने की चुनौती देता हूं. देवेंद्र फडणवीस ने कहा मुंबई दंगे और पुलिस पर हमले रजा अकादमी के मोर्चा के दौरान क्यों किए गए थे? हर कोई जानता है कि रजा अकादमी किस पार्टी की A और B टीम है.
उन्होंने आगे कहा आप सभी को देखना चाहिए रजा अकादमी के लोगों के साथ जो लोग खड़े हैं वो कौन हैं? महाराष्ट्र में जैसे ही कांग्रेस की सरकार आती है वैसे ही पुलिस पर इनके हमले क्यों शुरू हो जाते हैं? बता दें कि रजा अकादमी का नाम मुंबई दंगे और पुलिस हमले में पहले भी आ चुका है.
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ''आपने शेलार की तस्वीरें दिखाईं. क्या आपने वह सीएम का दिखाया? नहीं, कांग्रेस के मंत्री को दिखाया?नहीं. भले ही इसके लिए मैं मानता हूं कि रजा अकादमी भाजपा की बी टीम है, मैं इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग करता हूं. क्या आप करोगे?कांग्रेस में हिम्मत है? नहीं, कांग्रेस में हिम्मत नहीं है क्योंकि सभी जानते हैं कि रजा अकादमी किसकी संतान है.''
वहीँ भाजपा विधायक नितेश राणे ने आरोप लगाया है कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा के पीछे रजा अकादमी का हाथ है. भाजपा विधायक नितेश राणे ने कहा, "रजा अकादमी ने 12 नवंबर को त्रिपुरा हिंसा के खिलाफ एक मार्च का आयोजन किया था. मेरे पास वे पर्चे हैं जो उन्होंने वितरित किए थे. मैं रजा अकादमी को चुनौती देता हूं कि वह हिंदुओं द्वारा मस्जिद को जलाने के सबूत दिखाएं. हिंदुओं द्वारा मस्जिद को जलाना फर्जी खबर थी।"भाजपा विधायक नितेश राणे ने आगे आरोप लगाया, "रजा अकादमी एक आतंकवादी संगठन है और संगठन के संस्थापक अफगानिस्तान में रहते हैं और तालिबानी विचारधारा रखते हैं. वे कोई सामाजिक कार्य नहीं करते हैं और ट्रिपल तालक को रद्द करने का विरोध किया था."