कानपुर। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सोमवार को जेल में बंद विधायक इरफान सोलंकी से मिलने पहुंचे। अखिलेश के आगमन को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए। अखिलेश के कानपुर पहुंचते ही भारी संख्या में सपाई उनके स्वागत को पहुंचे। अखिलेश इरफान सोलंकी से मिलने अकेले ही जेल के अंदर गए। बाकी सपाइयों को बाहर रोक दिया गया।
मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने इरफान को बेकसूर बताया और पुलिस पर फर्जी मुकदमे दर्ज करने का भी आरोप लगाया। इरफान की फरारी का बचाव करते हुए कहा यदि वह ना भागते तो पुलिस बलवंत सिंह और विकास दुबे जैसा हाल करती। विकास और रोजगार के मुद्दे पर सरकार को घेराते हुए कहा कानपुर की लोको चलाने का वादा था उसका क्या हुआ। कितने लोगों को रोजगार मिला। फर्रुखाबाद में अग्निवीर भर्ती में आए सवा लाख लोगों में 200 को भी नौकरी नहीं मिली है।
अगजानी के आरोप में जेल में बंद है इरफान सोलंकी
विधायक सोलंकी के प्रकरण में अभी तक अखिलेश यादव ने चुप्पी साध रखी थी। इस संबंध में उन्होंने एक भी बयान जारी नहीं किया। इससे सपाइयों को अंदरखाने मलाल रहा है। कार्यकर्ता इस पर चर्चा भी करते रहे हैं। बताते चलें कि जाजमऊ डिफेंस कॉलोनी में सात नवंबर की रात नजीर फातिमा के प्लॉट में आग लग गई थी। दूसरे दिन नजीर की तहरीर पर जाजमऊ पुलिस ने इरफान सोलंकी व रिजवान सोलंकी समेत अन्य अज्ञात पर आगजनी, रंगदारी समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया था। पुलिस ने विधायक इरफान सोलंकी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने की नारेबाजी
जेल में बंद सपा विधायक इरफान सोलंकी से मिलने पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के विरोध में नवाबगंज थाना क्षेत्र में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष शिवांग मिश्रा के नेतृत्व में सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। पुलिस ने सभी भाजपा नेताओं को हाउस अरेस्ट कर दिया। अखिलेश यादव का काफिला रोकने की योजना थी।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बयान
सपा सुप्रीमों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारें ऐसी भी हैं जो अंग्रेज़ों को पीछे छोड़ देती हैं, रामराज्य में क्या पुलिस तय करेगी कि क्या करना है। वहीं इरफान के मामले में कहा कि इरफान को झूठे मुकदमे में फंसाया गया है। एक पर एक मुक़दमे लगाकर समाजवादी विधायकों को जेल भेजा जा रहा है। सामाजवादी सरकार में इरफान ने कोई गलत काम क्यों नहीं किया। इतने मुक़दमे लगाए गए कि इरफान बाहर न आ पाए। उन्होंने यह भी कहा कि जब बड़ी घटना पर सरकार नाकाम तो विपक्ष को उलझा देते हैं। पुलिस कुछ भी साक्ष्य बना सकती है