वैसे तो देश के छात्रों के लिए कुम्भ माने जाने वाला प्रतियोगी परीक्षाफल , IIT और NEET में उत्तीर्ण होना ही अध्यातवों के लिए बेहद ही गौरव की बात होती हैं. लेकिन क्या हो अगर आप अपनी कड़ी परिश्रम से ये परीक्षाएं निकल भी ले और आपके पास आगे पढाई जारी रखने के लिए पर्याप्त पैसे ना हो, जी हाँ देश में कुछ ऐसा ही वाक्या रत्नागिरी प्रान्त से निकल कर पृष्ट पर आ रहा है.
रत्नागिरी जिले से सम्बन्ध रखने वाली एक 19 वर्षीय मेधावी छात्र दीप्ती विश्वासराव ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट के एंट्रेंस टेस्ट में 720 में से 574 अंक हासिल किये, एवं उनका दाखिला अकोला के ही एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में हुआ , लेकिन इन सब उपलब्धियों के बावजूद दीप्ति को अपने सपनो की उड़न भरने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं, सूत्रों के अनुसार ये जानकारी निकल कर सामने आयी है कि दीप्ति के माता पिता के मालीये स्तिथि ठीक न होने के कारण छात्रा को मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेने हेतु काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
लेकिन वो कहते हैं न जहाँ चाह होती हैं वहां ऊपरवाला राह खुद ही बना देता हैं, लड़की की ऐसी दयनीय स्तिथि देख कर मशहूर क्रिकेट खिलाडी सचिन तेंदुलकर ने अपना हाथ मदद के लिए आगे बढ़ाये हैं. उन्होंने अपनी फाउंडेशन के द्वारा दीप्ति विश्वासराव के पढाई के सारे खर्चों का अनुदान करने की घोषणा कर दी, एवं ट्विटर पर उन्हें भारत की अन्य लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया।
सचिन के इस मदद पर प्रतिक्रिया देते हुए, दीप्ति ने उन्हें तहे दिल से धन्यवाद् किया हैं. उन्होंने कहा "मुझे छात्रवृति की सहायता प्रदान करने के लिए सचिन सर को जितना भी धन्यवाद् करूँ काम हैं. यह छात्रवृति मेरे पढाई पर आये सभी खर्चों को कवर करेगी, एवं मेरा ध्यान सिर्फ मेरी पढाई पर ही होगा , मैं कोशिश करुँगी की मै एक सफल डॉक्टर बनू ताकि मैं भी आने वाले भविष्य में दबे कुचले वर्ग के छात्रों का मनोवांछित मदद कर सकूँ।