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आखिर नोएडा से उज्जैन कैसे पहुँचा विकास दुबे

आखिर नोएडा प्रशासन से इतनी बड़ी चूक कैसे हुई गैंगस्टर विकास दुबे फरीदाबाद सर नोएडा और नोएडा से फिर उज्जैन कैसे पहुंच गया

Anchal Yadav
  • Jul 9 2020 11:50AM
नोएडा-आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे को मंगलवार को दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में एक होटल में देखा गया था। लेकिन जब पुलिस वहां छापा मारने पहुंची तो वह वहां से निकल चुका था। कुख्यात अपराधी को पकड़ने में लगी स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने कंफर्म किया कि फरीदाबाद में जो शख्स सीसीटीवी में दिख रहा है वो विकास दुबे था। इसके बाद गुरुग्राम में भी हाइअलर्ट जारी कर दिया गया। उसके बाद विकास दुबे को नोएडा के परथला चौक पर देखा गया। बताया जा रहा है वहाँ कल रात विकास दुबे को एक फ़ूड डिलीवरी वॉय ने प्रथला चौक के पास देखा था उसके बाद डिलीवरी वॉय स्थानीय चौकी गया शिकायत के लिए। फिर विकास दुबे परथला चौक से फ़रार हो गया था। लेकिन सवाल ये खड़ा होता है कि इतनी सख्ती से चल रही चैकिंग के बाद भी बड़ी आसानी से विकास दुबे नोएडा पुलिस को चखमा देकर बड़ी आसानी से नोएडा में दाखिल हो जाता है और 
वहां से गैंगस्टर विकास दुबे मध्य प्रदेश की तरफ भाग निकलता है और नोएडा पुलिस को कुछ पता नही चलता। उज्जैन में आज सुबह 8 बजे महाकाल मंदिर परिसर पहुंचा, वहां प्रसाद की एक दुकान पर एक दुकानदार को शक हुआ। उसने मंदिर सिक्योरिटी को बताया। जब पूजा करके वो बाहर निकला तो सिक्योरिटी वाले उसे लेकर आये।विकास दुबे ने से महाकाल मंदिर में दर्शन के लिये 250 रुपये का टिकट लिया था। जैसे आम लोग दर्शन करते है वैसे ही दर्शन किये उसे एनकाउंटर का डर भी था यही कारण है कि उसने अपने आप को सरेंडर किया । तमाम सवाल भी इसके बाद उपज रहे है कि विकास दुबे इतनी सख्ती  के बाद मध्यप्रदेश में कैसे प्रवेश कर गया और उज्जैन तक कैसे पहुंचा। एस पी मनोज सिंह तुरंत महाकाल चौकी पर पहुंचे और इस मामले में आगे पुछताछ की जा रही है। उसे महाकाल थाने के बाद किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है जहां उससे पूछताछ की जा रही है।

वहीं गुरुवार की सुबह पुलिस ने दो एनकाउंटर किए हैं- एक कानपुर में और दूसरा इटावा में। इसमें विकास दुबे के दो साथियों को ढेर कर दिया गया है।कानपुर पुलिस ने बताया है कि इस एनकाउंटर में दूबे के सहयोगी प्रभात मिश्रा की मौत हुई है, उसे अभी बुधवार को ही फरीदाबाद में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर ला रही थी, जिस दौरान उसने पुलिस पर हमला करके भागने की कोशिश कर रहा था, जिस दौरान मुठभेड़ में उसको पैर में गोली लगी थी।

पुलिस ने बताया कि प्रभात मिश्रा को कानपुर लाने के दौरान पुलिस की गाड़ी का टायर पंक्चर हो गया था, जिसे वो ठीक करने में लगे हुए थे, इसी दौरान आरोपी ने एक पुलिस वाले से रिवॉल्वर छीन ली और पुलिस पर कई राउंड फायरिंग की।जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लगी, जिससे उसकी मौत हो गई।

वहीं यूपी पुलिस ने दूसरा एनकाउंटर इटावा में किया है।इसमें भी विकास दूबे का साथी मारा गया है। अपराधी पर 5,000 का इनाम था. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आकाश तोमर ने बताया सुबह 3 बजे के आसपास एक स्विफ्ट डिज़ायर को स्कॉर्पियो में बैठे चार हथियारबंद लोगों ने लूटा था।भागने की कोशिश में लगभग एक घंटे बाद पुलिस ने उन्हें रोक लिया। उन्होंने भागने की कोशिश की तो दोनों साइड से फायरिंग हुई।एक अज्ञात शख्स को कई गोलियां लगीं थीं। उसे अस्पताल लाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।बाद में उसकी पहचान विकास दूबे के साथी रणबीर के तौर पर की गई है। एनकाउंट में पुलिस को एक पिस्तौल, एक दोनाली बंदूक और कई कारतूस मिले हैं। रणबीर के साथ जो तीन अन्य बदमाश थे, वो भागने में सफल रहे।

बता दें कि इसके पहले पुलिस ने एक एनकाउंटर में विकास दूबे के अन्य साथी अमर दूबे को हमीरपुर में मार गिराया था। गांव से विकास दुबे, प्रभात और अमर दूबे साथ आए थे, लेकिन अमर वापस चला गया था।

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