1992 के बाद आज तक मैडल नहीं जीता पाकिस्तान, पाकिस्तानी जनता में आक्रोश
1992 जब पाकिस्तान ने अपना अंतिम ओलिंपिक मैडल जीता, उसके बाद से पाकिस्तानी आवाम आजतक एक मैडल के लिए तरस ही रही है. टोक्यो ओलंपिक्स में भी इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ़ पाकिस्तान के एथलेक्टिस की हालत बेहद ही दयनीय थी. इन सब हालातों को देखते हुए अब पाकिस्तानी जनता का भी पारा 100 के पार जा चुका है
1992 जब पाकिस्तान ने अपना अंतिम ओलिंपिक मैडल जीता, उसके बाद से पाकिस्तानी आवाम आजतक एक मैडल के लिए तरस ही रही है. टोक्यो ओलंपिक्स में भी इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ़ पाकिस्तान के एथलेक्टिस की हालत बेहद ही दयनीय थी. इन सब हालातों को देखते हुए अब पाकिस्तानी जनता का भी पारा 100 के पार जा चुका है, एवं वो अपनी सरकार को बाकायदा सवालों के घेरे में लेने लगे हैं.
बता दें की हाल ही में समाप्त हुए टोक्यो ओलंपिक्स में पाकिस्तानी महज 10 खिलाडी ही शामिल हुए, और एक ने भी अपने प्रतिद्वंद्वी को सही टक्कर नहीं दी, जिसे देख पाकिस्तानी फैंस काफी मायूस हुए. पाकिस्तानी हस्तियों सहित अन्य नागरिकों का मानना है कि अगर उनकी सरकार पर्याप्त मदद मुहैया कराती तो खिलाड़ी देश का नाम जरूर रोशन करते. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने टिकटॉक वीडियो शेयर कर अपने खिलाड़ियों को प्रेरित करने की कोशिश की, जिस पर लोगों का कहना था कि इससे काम नहीं चलने वाला और उन्हें कुछ और करना चाहिए.
आम लोग तो आम लेकिन अब इस दौड़ में पाकिस्तानी सेलिब्रिटीज भी कूदते दिखाई दे रहे है. मशहूर सिंगर अदनान सिद्दीकी का नाम भी शामिल हैं, उन्होंने पूर्व ओलंपियन मुहम्मद आशिक के दुखद उदाहरण को साझा करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया. ओलंपिक खेल चुके मुहम्मद आशिक को सरकार की अनदेखी की वजह से मुफलिसी में रिक्शा चलाना पड़ा, 2018 में लाहौर में उनका निधन हो गया था.
अभिनेता अदनान सिद्दीकी ने ट्विटर पर दिवंगत साइकलिस्ट मुहम्मद आशिक की रिक्शा वाली तस्वीर के साथ खेद व्यक्त करते हुए कहा, 'पाखंड देखिए, जब वे मेडल लाते हैं तो उन्हें हीरो बना दिया जाता है लेकिन बाद में उन्हें दुख की जिंदगी जीने के लिए छोड़ दिया जाता है.' अदनान सिद्दीकी ने कहा, 'ये विजेता हमारे गौरव हैं, हमारी जिम्मेदारी हैं. हमें अपने सितारों का ख्याल रखना चाहिए।
बता दें कि भारत ने आजतक का सबसे सर्वश्रेष्ट प्रदर्शन करके कुल 7 मैडल जीते, जिसमे 1 गोल्ड 2 सिल्वर और 4 ब्रोंज शामिल हैं, कई मुक़ाबलों में मैडल तनिक छन भर से आते आते रह गया. लेकिन फिर भी भारत ने अगले पेरिस ओलिंपिक के लिए अपना स्टेज सेट कर लिया है.
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