छत्तीसगढ़ के कसडोल विधानसभा क्षेत्र के विधायक और शासन की संसदीय सचिव शकुंतला साहू के जन्मदिन के मौके पर सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के मामले में जनपद पंचायत पलारी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी लखन सोनवानी को शासन ने निलंबित कर दिया है।
दरअसल रविवार को शकुंतला साहू जन्मदिन मना रही थी। इससे ठीक पहले जनपद पंचायत सीईओ के द्वारा विधायक और संसदीय सचिव के जन्मदिन के अवसर पर विभिन्न अधिकारियों और कर्मचारियों को टेंट, पंडाल, मंच संचालन, पार्किंग जैसे जिम्मेदारियां बकायदा आदेश जारी करके दी गई थी। जिसके बाद लगातार पार्टी के साथ संसदीय सचिव की किरकिरी हो रही थी, वहीं इस पूरे मामले में सीईओ पल्ला झाड़ने का प्रयास कर रहे थे।
ऐसे में इस पूरे मामले में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने अब से कुछ देर पहले निलंबन आदेश जारी करके सीईओ को निलंबित कर दिया है।
मामला क्या था?
शकुंतला साहू आज अपने जन्मदिवस मना रही थीं और इस अवसर पर शकुंतला साहू के जन्मदिन को लेकर के पूरा सरकारी अमला सीईओ जनपद पंचायत के आदेश के बाद मुस्तैद रहने की तैयारी का आदेश थामे रहा। ऐसे में इस पूरी गतिविधि के बाद कांग्रेस पार्टी की फजीहत संसदीय सचिव शकुंतला साहू ने करा दी।
बतादें कि कसडोल कांग्रेस विधायक शंकुतला साहू का रविवार को जन्मदिन था। अच्छी बात है, लेकिन जो भी आयोजन करना था, निजी या समर्थकों के द्वारा किया जा सकता था। पहली बार ऐसा हुआ कि विधायक के जन्मदिन मनाने के लिए शासकीय तौर पर आदेश भी जारी हो गया। फिर क्या था,बवाल मच गया और आखिर में कलेक्टर को हस्तक्षेप कर आयोजन को रद्द करवाना पड़ा। भाजपा के लोगों ने इस मामले में कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया। लेकिन पार्टी के भद्द होने से संगठन के नेताओं ने भी नाराजगी जताई है, वहीं जवाब तलब हो सकता है. इसलिए कि आखिर शासकीय कर्मियों की ड्यूटी किसके कहने पर लगाई गई?
दरअसल जनपद पंचायत पलारी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने लिखित आदेश जारी किया था। जारी किये गए लिखित आदेश में दर्जनों छोटे-बड़े अधिकारियों की ड्यूटी लगायी गई थी। जन्मदिन कार्यक्रम में 500 लोगों के आने की संभावना व्यक्त करते हुए जनपद पंचायत सीईओ ने व्यवस्था के लिए अनुविभागीय अधिकारी से लेकर उप अभियंता, तकनीकी सहायक, डाटा इंट्री ऑपरेटर, भृत्य तक की ड्यूटी लगा दी। इन्हें परिसर में टेंट, दरी की व्यवस्था से लेकर मंच व्यवस्था व अतिथियों का स्वागत, जलपान व पानी की व्यवस्था से लेकर सैनेटाइजर और कार्यक्रम स्थल की स्वच्छता, पार्किंग व्यवस्था तक की जिम्मेदारी सौंप दी गई। मीडिया में खबर वायरल होते ही कलेक्टर सुनील जैन ने मामले का संज्ञान लिया और पलारी में आयोजित जन्मदिवस समारोह को ही निरस्त कर दिया। जिसके बाद अब CEO को निलंबित किया गया है।