अल्पसंख्यकों के लिए नर्क बन चुका पाक लागातर अपनी क्रूरता को बढ़ाता जा रहा है, यहां हिंदू, ईसाई सिखों कि बच्चियों का अपहरण कर उनका धर्म परिवर्तन कराना तो आम है, पर अब पाक इस नापाक कार्यों में और भी आगे निकल गया है। अब छोटी-छोटी बच्चियों को गुलाम बनाकर जंजीरों से बांधकर रखा जाने लगा है।
दरअसल पाकिस्तान से एक 13 साल की बच्ची पर अत्याचार की एक ऐसी घटना सामने आई है जिसे सुनकार रूह कांप जाये। बच्ची ने अपहरणकर्ता के चंगुल से मुक्त कराए जाने के बाद आपबीती सुनाई, मासूम ने बताया कि पहले उसका अपहरण किया गया, फिर लंबे समय तक उसके जिस्म को नोचा गया और फिर एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति से जबरन उसकी शादी करा दी गई. जहां उसे जानवरों की तरह बेड़ियों में बांधकर रखा जाता था।
एड़ियों पर बेड़ियों से हुए कई घाव
पुलिस ने जब पिछले महीने इस बच्ची को फैसलाबाद निवासी मुस्लिम शख्स के घर से बच्ची को आजाद कराया, तो उसकी एड़ियों पर बेड़ियों से हुए कई घाव पाए गए। पुलिस ने बताया कि पीड़ित बच्ची को आरोपी शख्स ने घर में बंदी बनाकर रखा था और पूरा दिन उससे गाय का गोबर उठवाता था।
पुलिस ने शिकायतों को किया अनसुना
बच्ची के परिवार ने पुलिस में कई बार शिकायतें की, लेकिन उन्हें अनसुना कर दिया गया, उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा था। बर्थ सर्टिफिकेट के अनुसार 12 साल की उम्र बच्ची को फर्जी मेडिकल रिपोर्ट में उम्र 16-17 बताने की साजिश की गई। लड़की के पिता ने बताया कि हम पर दबाव डाला जा रहा था कि हम अपनी बच्ची को भूल जाएं। पुलिस ने हम पर नस्लभेदी टिप्पणी की और हमारे खिलाफ ईशनिंदा का केस दर्ज कराने की धमकी भी दी।
कई बार किया गया बलात्कार
पीड़ित परिवार ने बताया कि बच्ची को पिछले साल जून में अगवा किया गया था और कई बार उसका बलात्कार किया गया। परिवार ने बताया कि उनकी बच्ची को गुलाम की तरह रखा गया था, उससे सारा दिन काम करने के लिए मजबूर किया जाता, जानवरों की गंदगी साफ कराई जाती। इतना ही नहीं उसे 24 घंटे बेड़ियों में बांधकर रखा जाता था।
पाकिस्तान में ऐसे अपराध दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहें हैं यहां पहले से ही अल्पसंख्यकों की संख्या बहुत कम रह गई है क्योंकि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगो की धर्म परिवर्तन कर इस्लाम कुबूल करने को कहा जाता है और ऐसा न करने पर उन्हें अगवा कर मौंत के घाट उतार दिया जाता है। मानवाधिकार संगठनों के अनुसार, हर साल हजारों ईसाई और हिंदू लड़कियों का अपहरण किया जाता है और इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर किया जाता है।