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दिल्ली में कोरोना वैक्सिन लगने के बाद 52 लोगों की तबियत खराब

देश भर में कोरोना वायरस के विरुद्ध शनिवार से टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत करते हुए इसे विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण बताया है। इस वैक्सीनेशन की शुरुआत दिल्ली से हुई। दिल्ली में वैक्सीन लगने के बाद 52 लोगों की तबीयत खराब होने की खबर सामने आई है। इसमें एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।

Alok Jha
  • Jan 17 2021 9:45AM
देश भर में कोरोना वायरस के विरुद्ध शनिवार से टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत करते हुए इसे विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण बताया है। इस वैक्सीनेशन की शुरुआत दिल्ली से हुई। दिल्ली में वैक्सीन लगने के बाद 52 लोगों की तबीयत खराब होने की खबर सामने आई है। इसमें एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। 

शनिवार 16 जनवरी को सफाई कर्मियों और स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन की डोज दी गई। लेकिन कुछ जगहों पर वैक्सीन लगने के बाद मामूली परेशानी की शिकायतें भी आईं हैं। इनमें से दो स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीके की डोज लेने के कुछ घंटे बाद एलर्जी की शिकायत हुई।  कुछ को घबराहट हुई। वहीं एक कर्मचारी को AEFI सेंटर भेजने की नौबत तक आ गई। राजधानी के सभी 11 जिलों में 8117 लोगों को टीका लगाया जाना था, लेकिन 4319 कर्मचारियों को ही टीका लगाया गया, जबकि वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स के 52 मामले सामने आए हैं। इनमें से एक मरीज के गंभीर होने की बात कही जा रही है।  

दिल्ली के 11 में से सिर्फ दो ही जिले ऐसे हैं जहां एक भी वैक्सीन साइड इफेक्ट का मामला नहीं आया है। उत्तर पूर्वी और शाहदरा जिले में साइड इफेक्ट का कोई भी मामला ‌सामने नहीं आया, जबकि बाकी सभी 9 जिले में वैक्‍सीन से तबीयत बिगड़ने के मामले सामने आए है। उत्तरी दिल्ली जिला में 1, दक्षिणी पूर्वी जिला में 5, उत्तर पश्चिम में 4, पूर्वी दिल्ली में 6, सेंट्रल में 2, दक्षिणी जिले में 11, नई दिल्ली में 5, दक्षिणी पश्चिमी जिले में 11 और पश्चिम जिले में 6 लोगों में टीका लगने के बाद दिक्कत महसूस हुई।  

दक्षिणी जिला में एक व्यक्ति में गंभीर साइड इफेक्ट सामने आए। नई दिल्ली के जिला प्रशासन के मुताबिक चरक पालिका अस्पताल में टीका लगाने के दौरान तबीयत बिगड़ने के दो मामले सामने आए हैं जबकि दो ही मामले उत्तरी रेलवे के पटपड़गंज स्थित अस्पताल में मामले सामने आए हैं। इनमें से एक कर्मचारी को AEFI सेंटर भेजना पड़ा। सरकार ने हर टीका बूथ के पास एक एईएफआई सेंटर बनाया है जहां टीका लगने के बाद साइड इफेक्ट्स दिखने पर इलाज की सुविधा मिल रही है। 

पश्चिम बंगाल में भी कोरोना वैक्‍सीन के साइड इफेक्‍ट के मामले सामने आए हैं।  स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अनुसार, यहां करीब 15,707 हेल्‍थकेयर वर्कर्स को कोरोना वायरस वैक्‍सीन लगाई गई। वहीं AEFI के 14  मामले रिपोर्ट किए गए हैं। इनमें एक की तबीयत ज्‍यादा खराब हो गई। हालांकि हालत अभी स्थिर है। साइड इफेक्‍ट के बाद इन्‍हें एनआरएस मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया है।  

तेलंगाना में भी AEFI के 11 केस सामने आए हैं। राज्‍य सरकार के मुताबिक, यहां 3,962 स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों को कोरोना का टीका लगाया गया है। राजस्‍थान सरकार के स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अनुसार,  9 जिलों से AEFI के कम से कम  21 केस सामने आए हैं। इनमें अलवर से 5  और बाड़मेर से 4 और जयपुर से आए तीन केस हैं।  

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