सरकार ने अभी पूरी तरह से लॉकडाउन को हटाया भी नहीं है लेकिन CAA विरोधी लॉबी अभी से अपने आंदोलन की तैयारी में जुट गई है। लॉकडाउन में मिली ढील का फायदा उठाते हुए सीएए विरोधी लॉबी अपने आंदोलन को फिर से खड़ा करने की कवायद में जुट गया है। 3 जून 2020 को दोपहर 12 बजे शाहीनबाग के प्रदर्शनकारी एक बार फिर एकजुट होने के लिए तैयार है।' सब याद रखा जाएगा' के नाम से शुरू हुए इस विरोध प्रदर्शन में एक पोस्टर के जरिये पूरे देश में CAA के खिलाफ माहौल बनाने की तैयारी की जा रही है। सीएए के विरोधियो ने अपने लोगों से अपने-अपने कैंपस में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। प्रदर्शनकारी सीएए का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों की रिहाई की भी मांग कर रहे हैं । सीएए विरोधी ये प्रदर्शनकारी असम को देश के काट कर अलग कर देने की बात करने वाले शर्जिल इमाम और पिंजर तोड़ आंदोलन की एक्टीविस्ट नताशा नरवाल की रिहाई की मांग कर रहे हैं जिसने दिल्ली दंगा के दौरान हिंदू विरोधी नारे लगाये थे।