इनपुट- ज्ञानेश लोहानी, लखनऊ
उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार रात बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 16 आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए। नए आदेश के अनुसार, नोएडा के पुलिस कमिश्नर को बदल दिया गया है। श्रीकांत त्यागी केस में महेश शर्मा के कोप का शिकार हुए आलोक सिंह नोएडा के सीपी पद से हटाकर मुख्यालय से अटैच हो गए हैं।
वहीं गाजियाबाद में भी नए पुलिस आयुक्त की तैनाती की गई है। वहीं तमिल समागम के बीच बनारस में तेलुगु बोलने के लिए मशहूर कमिश्नर सतीश गणेश का तबादला हुआ है। योगी सरकार की ओर से देर रात जारी ट्रांसफर की लिस्ट में एक नाम नोएडा के सीपी आलोक सिंह का भी है। इन्हें सीपी के पद से हटाकर मुख्यालय अटैच कर दिया गया है। वहीं लखनऊ के विधायक और लखीमपुर केस एसआईटी की हेड रही लक्ष्मी सिंह को सरकारी इनाम मिला है और इन्हें नोएडा की कमिश्नर बनाया गया है। सहारनपुर में नुपुर शर्मा कांड के बाद उपद्रवियों को सबक सिखाने वाले प्रीतिंदर सिंह आगरा कमिश्नरेट बनने के बाद पहले पुलिस कमिश्नर बने हैं। गाजियाबाद में भी कमिश्नरेट बनने के बाद पहले अजय मिश्रा को यहां का पहला सीपी बनाया गया है।
पंचायत चुनाव में उपद्रवियों को सीधी हिदायत देने के लिए चर्चा में आए पूर्व मुज़फ्फरनगर एसएसपी और वर्तमान मथुरा एसएसपी अभिषेक यादव अब किसान बेल्ट से लखनऊ भेजे गए हैं । अयोध्या और प्रयागराज के बाद शैलेश पांडे लगातार तीसरी धर्म नगरी मथुरा के एसएसपी बनाए गए हैं। बनारस, मुरादाबाद और आगरा जैसे बड़े जनपदों में कप्तानी कर चुके प्रभाकर चौधरी भी अचानक शंटिंग पोस्टिंग पर चले गए हैं।