सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को आर्थिक सहयोग करे

Donation

15000 किलोमीटर सफर के बाद अहिंसा यात्रा उन्हैल पहुंची

आचार्य श्री महाश्रमण द्वारा यात्रा निकाली जा रही है जिसमें पैदल दो विदेश यात्रा के साथ ही देश के कई राज्यों से निकाली गई, अभी तक यात्रा 15000 किलोमीटर का सफर तय कर चुकी है

अतुल उपाध्याय रिपोर्टर नागदा जिला उज्जैन (मध्य प्रदेश) मो 9993339356
  • Jun 1 2021 2:15PM
अहिंसा यात्रा उन्हेल नगर में आज शाम पहुंची जिसमें आचार्य श्री महाश्रमण की सुशिष्या प्रमुखा श्री कनक प्रभा जी महाराज साहब के साथ साध्वी मंडल का मंगल प्रवेश हुआ। रविवार को उन्हेल से 4 किलोमीटर दूर बी आर मेहता विद्यापीठ पर साध्वी मंडल के साथ ठहरे थे जहां तेरा पंथी जैन साध्वी प्रमुखा श्री कनक प्रभा जी महाराज ने राज एक्सप्रेस से चर्चा में उन्होंने बताया कि आचार्य श्री महाश्रमण वर्तमान में अहिंसा यात्रा कर रहे हैं इस यात्रा का प्रारंभ 9 नवंबर 2014 को दिल्ली के लाल किला से प्रारंभ हुई अहिंसा यात्रा के दौरान आचार्य श्री महाश्रमण पैदल चलकर 2 देशों और भारत के 20 राज्यों में 15,000 से अधिक किलोमीटर का सफर तय किया है अहिंसा यात्रा निर्धारित पथ में आने वाले देश नेपाल , भूटान भारत के राज्यों में दिल्ली , उत्तर प्रदेश , हरियाणा , राजस्थान , मध्य प्रदेश , बिहार , असम नागालैंड, मेघालय , पश्चिम बंगाल , झारखंड , उड़ीसा, तमिलनाडु , कर्नाटक , केरल पांडिचेरी , आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ़ अहिंसा यात्रा निकाली गई इस वर्ष यह यात्रा हैदराबाद से प्रारंभ होकर नागपुर रायपुर इंदौर होते हुए रविवार को उन्हेल से 4 किलोमीटर दूर बी आर मेहता विद्यापीठ पहुंची जहां सोमवार शाम 4 बजे उन्हेल में मंगल प्रवेश कर आराधना भवन पर पहुंची। यह यात्रा नागदा से नीमच होकर भीलवाड़ा राजस्थान में चौमासा कर फिर यात्रा आगे के लिए प्रस्थान करेगी। यात्रा का उद्देश्य अहिंसा यात्रा के तीन प्रमुख उद्देश्य है सद्भावना का संचार, नैतिकता का प्रचार प्रसार, नशामुक्ति का अभियान तीनों का प्रचार प्रसार किया जा रहा है आचार्य श्री महाश्रमण के प्रेरणा से एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने नशामुक्ति का संकल्प ग्रहण किया है। विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर चर्चा साध्वी प्रमुखा श्री कनक प्रभा जी महाराज ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस 31 मई को मनाया जाता है इस बारे पर चर्चा में उन्होंने बताया कि डब्ल्यूएचओ द्वारा 31 मई 1981 को एक प्रस्ताव पास हर वर्ष इसे दिवस के रूप में मनाया जा रहा है तंबाकू के सेवन से कई प्रकार की बीमारियों का खतरा बना रहता है इसलिए इस का परित्याग करना चाहिए एवं अपने परिवार का ख्याल रख कर इसे बंद करना चाहिए क्योंकि इससे खुद का तो नुकसान होता ही है परंतु आने वाले समय में बीमारी घर कर जाती हैं जिसके कारण परिजनों को काफी समस्या आती है आज इस दिवस पर सभी से अनुरोध है कि जो भी तम्बाकू सेवन करता है उसे छोड़ देना चाहिए। साध्वी जी परिचय साध्वी श्री प्रमुखा श्री जी कनक प्रभा जी महाराज साहब का जन्म 1941 को हुआ था जिन्होंने कम उम्र में ही महाराज श्री के सानिध्य में दीक्षा ली इन्होंने अभी तक 35 पुस्तकें लिखी जिसमें प्रमुख रुप से धूप छांव का प्रकाशन हुआ। तेरापंथ आर्चाय तुलसी पर भी पुस्तक लिखी है वही पांच हजार साध्वी को इनके सानिध्य में पंथ दर्शन, शिक्षा आदि सभी व्यवस्था इनके द्वारा की जाती हैं।

सहयोग करें

हम देशहित के मुद्दों को आप लोगों के सामने मजबूती से रखते हैं। जिसके कारण विरोधी और देश द्रोही ताकत हमें और हमारे संस्थान को आर्थिक हानी पहुँचाने में लगे रहते हैं। देश विरोधी ताकतों से लड़ने के लिए हमारे हाथ को मजबूत करें। ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग करें।
Pay

ताज़ा खबरों की अपडेट अपने मोबाइल पर पाने के लिए डाउनलोड करे सुदर्शन न्यूज़ का मोबाइल एप्प

Comments

संबंधि‍त ख़बरें

ताजा समाचार