केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज यानी बुधवार को एक इंटरव्यू में कई मुद्दों पर विपक्ष को घेरा है. अमित शाह ने संदेशखाली, यूसीसी समेत कई मुद्दों पर विपक्ष पर निशाना साधा है. एक महिला मुख्यमंत्री की नाक के नीचे धर्म के आधार पर ढेर सारी महिलाओं के साथ दुष्कर्म होता है और वो चुप बैठी हैं. हाई कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ता है, तब भी जांच नहीं होती है. फिर हाईकोर्ट को सीबीआई को जांच के आदेश देने पड़ते हैं. आपको (ममता बनर्जी) शर्म आनी चाहिए.
नवीन बाबू को इस तथ्य को स्वीकार करना होगा कि ओडिशा अन्य राज्यों जितना विकसित नहीं हुआ है, जहां स्थिर सरकार है. 15 वर्षों तक शासन करने के बावजूद, वे ओडिशा का विकास नहीं कर पाए और इसलिए, लोग बदलाव चाहते हैं. इसके अलावा, ओडिशा का गौरव भी एक मुद्दा है। लोगों का मानना है कि नवीन बाबू की अनुपस्थिति में कोई और सरकार चला रहा है.
सोनिया-मनमोहन सरकार के 10 साल में इतने बम धमाके हुए, क्या किसी का कोई ठोस जवाब दिया गया?... आपने क्या किया? आपने अपना अल्पसंख्यक वोट बैंक खोने के डर से इसका विरोध भी नहीं किया. धारा 370 हटने के बाद भाजपा सरकार ने कश्मीर के हालात बदल दिए हैं। हमने सख्त कदम उठाए हैं। इसका नतीजा ये है कि जो लोग भारत के संविधान को नहीं मानते थे, उन्होंने अब दो दिन पहले चुनाव में वोट डाला है.
अगर उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की प्रतिक्रिया देखी होती, तो वे ऐसा नहीं कहते. ये इतनी छोटी मानसिकता के हो गए हैं कि लोगों को ऐसे गुमराह कर रहे हैं जैसे कुछ हुआ ही नहीं हो. एक गलतफहमी फैलाई जा रही थी कि जम्मू-कश्मीर में ये सारा विकास भाजपा अपने पैर पसारने के लिए कर रही है. हां, मैं स्वीकार करता हूं कि अभी हमारा संगठन वहां मजबूत नहीं है, अभी हम अपना संगठन बढ़ा रहे हैं और जब हमारा संगठन ठीक-ठाक हो जाएगा, तब हम चुनाव भी लड़ेंगे और जीत कर भी आएंगे.
झारखंड, बिहार, तेलंगाना, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र पूरी तरह से नक्सलवाद से मुक्त हो गये हैं. झारखंड, मध्य प्रदेश और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में 40 साल बाद राशन कार्ड बन रहे हैं, पटवारी कार्यालय खुल रहे हैं, मतदाता सूची फिर से तैयार हो रही है और आदिवासियों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है.मैं एक ऐसी नींव बनाना चाहता हूं जो 2047 के हमारे सपने को गति दे. मेरा मंत्र है आपकी आकांक्षाओं को मेरा संकल्प बनाना और मैं अपने जीवन का हर पल उन संकल्पों को साकार करने के लिए समर्पित करता हूं.
विदेश के मित्रों को हमारी चिंता करने की जरूरत नहीं है। हमारा देश mature है, हमारे मतदाता mature हैं. इस देश ने कई सत्ता परिवर्तन खून का कतरा बहाए बिना किया है. 75 वर्षों में सत्ता हस्तांतरित करने के लिए कभी यहां रक्त नहीं बहा है. हमारे देश की जनता ने बड़े बड़े फैसले लिए हैं और सभी राजनीतिक दलों ने इसका सम्मान किया है. Autocracy यहां कभी हो ही नहीं सकती.
अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर पूरी तरह से बदल गया है. तीन दशक बाद खुले सिनेमा हॉल, 33 साल बाद निकला ताजिया जुलूस, 2.11 करोड़ पर्यटक आए जम्मू-कश्मीर में.