केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज यानि 12 मार्च को तेलंगाना के सिकंदराबाद में सोशल मीडिया वारियर्स मीट को संबोधित किया. गृहमंत्री ने सीएए को लेकर अपनी बात जनता के सामने रखते हुए पूर्व की कांग्रेस सरकार पर जम कर निशाना साधा. उन्होंने कांग्रेस की सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि हमने कहा था, हम CAA लाएंगे, लेकिन कांग्रेस पार्टी CAA का विरोध करती थी.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि "हमने कहा था, हम CAA लाएंगे. कांग्रेस पार्टी CAA का विरोध करती थी. हमारे संविधान निर्माताओं का वादा था कि बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से जो प्रताड़ित शरणार्थी आएंगे, हम उन्हें नागरिकता देंगे. लेकिन तुष्टीकरण, वोट बैंक की राजनीति के कारण कांग्रेस पार्टी CAA का विरोध करती थी. लाखों लोग अपना धर्म बचाने के लिए इस देश में आए. श्री नरेन्द्र मोदी ने उनको नागरिकता देकर उनको सम्मान देने का काम किया है."
लोकसभा कि बात करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि "लोकसभा चुनाव की तारीखों का जल्द ही ऐलान किया जाएगा. अप्रैल और मई में भारत की जनता तय करेगी कि उन्हें अगले 5 साल के लिए किस पर भरोसा करना है. इस दौर में सोशल मीडिया भी उतना ही जरूरी है जितना घर-घर जाना. भारत की जनता ने मोदी जी के तीसरे कार्यकाल के लिए मन बना लिया है. पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं से लेकर देश की महिलाओं तक, हर कोई मोदी जी द्वारा देश के लिए किए गए कार्यों को स्वीकार करता है और उनकी सराहना करता है."
उन्होंने आगे कहा कि "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को राजनीतिक स्थिरता देने का काम किया है. आया राम, गया राम की राजनीति को समाप्त कर एकछत्र नेतृत्व में पूर्ण बहुमत वाली 10 साल तक सरकार चलाई है. इन 10 वर्षों में मोदी जी ने भ्रष्टाचार मुक्त शासन दिया है."
राम मंदिर की बात करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि "कांग्रेस पार्टी 70 साल तक राम मंदिर के मुद्दे को अटकाती रही, लटकाती रही, भटकाती रही. कांग्रेस ने मंदिर नहीं बनाया और जब इन्हें राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण दिया गया, तो वोट बैंक की लालच में इन्होंने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार किया."