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‘भारत में इस्लामिक प्रोपेगेंडा’ स्वाधीनता के बाद हिंदुस्थान में हिंदू 8% घटे... मुस्लिम आबादी में जबरदस्त उछाल

भारत में खतरे में मुसलमान नैरेटिव उतना ही पुराना है, जितनी पुरानी तुष्टिकरण की राजनीति है

Sumant Kashyap
  • May 9 2024 11:36AM

भारत हिंदुओं की आबादी वाला देश है. यहां हिंदू बहुसंख्यक है, लेकिन हिंदुओं की आबादी को लेकर सामने आए आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां कर रहे है. आंकड़े देखे तो हिंदुओं की संख्या मे तेजी से कमी आ रही है. साथ ही मुस्लिम आबादी में जबरदस्त उछाल हो रहे है. वहीं, भारत ही नहीं, नेपाल और म्यांमार में भी हिंदुओं की संख्या घटी है. मुस्लिम बहुल देश पाकिस्तान और बांग्लादेश में मुसलमानों की संख्या बढ़ी है.  

जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है. 'धार्मिक अल्पसंख्यकों की हिस्सेदारी का देशभर में विश्लेषण' नाम से पब्लिश रिपोर्ट में बताया गया है कि पारसी और जैन समुदाय को छोड़ दें तो भारत के सभी धार्मिक अल्पसंख्यकों की आबादी में कुल 6.58% का इजाफा हुआ है.

भारत की स्वाधीनता के बाद से 1950 से 2015 के बीच हिंदुओं की आबादी कम हुई है. बहुसंख्यक हिंदुओं की आबादी 1950 और 2015 के बीच 7.82% घट गई है. जहां मुस्लिमों की आबादी में ऑवरऑल 43.15% का इजाफा देखने को मिला है. इस तरह मुस्लिमों की 1950 में 9.84% रही आबादी 14.09% पर पहुंच गई है. वहीं, ईसाई धर्म के लोगों की आबादी की हिस्सेदारी 2.24% से बढ़कर 2.36% हुई है. ठीक ऐसे ही सिख समुदाय की आबादी 1.24% से बढ़कर 1.85% हो गई है. 

वहीं, रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में हिंदू आबादी 1950 में 84.68% थी, जो 2015 तक घटकर 78.06% हो गई. साथ ही इस दौरान मुस्लिम आबादी का हिस्सा 1950 में 9.84% से बढ़कर 2015 में 14.09% हो गया. स्वाधीनता के 3 साल बाद ईसाई समुदाय की देश में आबादी 2.24% थी, जो 2015 में बढ़कर 2.36% हो गई. 1950 में सिख समुदाय के लोगों की संख्या देश में 1.24% थी, जिसमें इजाफा देखने को मिला और 2015 तक वे 1.85% हो गए. 

 
 

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